मेरठ: नगर निकाय चुनाव में करारी हार के बाद बसपा ने अपने मेरठ मण्डल के कोर्डिनेटर के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. बीएसपी ने पार्टी के मण्डल कोर्डिनेटर प्रशांत गौतम को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. प्रशांत गौतम पर आरोप है कि उन्होंने टिकट के नाम पर अवैध वसूली की और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के साथ पार्टी में ईमानदारी से काम नहीं करने की शिकायत मिली थी. इन शिकायतों पर जांच के बाद पार्टी हाईकमान की तरफ से यह निर्णय लिया गया. बता दें कि प्रशांत गौतम बीएसपी की सरकार में मंत्री भी रहे थे. अब चुनावी समीक्षा के लिए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने 18 मई को पदाधिकारियों की बैठक लखनऊ में लेने वाली हैं. माना यह भी जा रहा है कि पार्टी सुप्रीमो उस दिन कुछ अन्य नेताओं पर भी निकाय चुनाव में हार का ठीकरा फोड़ कर उन्हें पार्टी से बाहर कर सकती हैं.
पूर्व मंत्री और मंडल कोर्डिनेटर की तरफ से पत्र में लिखा है कि निकाय चुनाव में सभी दलों के सीनियर लीडर ने अपने प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार किया. आगे बीएसपी सुप्रीमों के लिए लिखा गया है कि लेकिन आपके स्तर से कोई सभा, रैली या अपील तक मतदाताओं से नहीं की गई. संगठन के लोग भी आर्थिक हित साधने में लगे रहे. ऐसे में मेरा काम करना मुश्किल रहा है और मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं. वहीं, ईटीवी भारत से बातचीत में प्रशांत गौतम ने बताया कि पार्टी संगठन के लोगों ने चुनाव लड़ाने में कतई ध्यान नहीं लगाया. सब अपने स्वार्थ सिद्ध करने में जुटे हुए थे. प्रशांत का कहना है कि 18 मई को बीएसपी चीफ की बैठक के बाद वह कुछ खुलासे करेंगे. फिलहाल, पार्टी के जिम्मेदार नेता को पार्टी के बाहर का रास्ता दिखाने के बाद स्थानीय स्तर पर कोई भी पार्टी पदाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
यह भी पढ़ें: हार से बौखलाए बीएसपी प्रत्याशी ने खोया आपा, भाजपा के नवनिर्वाचित पार्षद को जड़ा थप्पड़