मेरठ: जिले में सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में किसानों के जमकर हंगामा किया. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हुई. कृषि विधेयक को लेकर यहां कई घंटे तक हंगामे का दौर जारी रहा.
जिला प्रशासन की ओर से भाकियू कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए कलेक्ट्रेट गेट पर तालाबंदी करते हुए ट्रैक्टर ट्रॉली को बाहर ही रोक दिया था. इससे गुस्साए भाकियू कार्यकर्ताओं ने अपनी ओर से भी यहां एक ताला जड़ दिया, जिससे गेट के अंदर आवाजाही कुछ देर के लिए पूरी तरह बंद हो गई.
इस दौरान पुलिस और भाकियू कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए और गरमागरमी होने लगी. कलेक्ट्रेट गेट पर दो ताले हो गए. बाद में एसपी क्राइम रामअर्ज मौके पर पहुंचे और ताला खुलवाया. जिसके बाद प्रदर्शनकारी किसान ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर कलेक्ट्रेट परिसर के अंदर धरने पर बैठ गए. कलेक्ट्रेट परिसर में किसानों ने हुक्का भी गुडगुड़ाया.
इधर समाजवादी पार्टी ने भी कृषि विधेयक को लेकर प्रदर्शन किया. मेरठ मवाना और सरधना तहसीलों पर ज्ञापन दिया गया. इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस फोर्स की तैनाती रही.
मेरठ में किसानों का हल्ला बोल, कलेक्ट्रेट में की तालाबंदी
मेरठ में कलेक्ट्रेट के बाहर किसानों के जमकर हंगामा किया. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हुई. कलेक्ट्रेट गेट के अंदर आवाजाही कुछ देर के लिए पूरी तरह बंद हो गई.
मेरठ: जिले में सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में किसानों के जमकर हंगामा किया. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हुई. कृषि विधेयक को लेकर यहां कई घंटे तक हंगामे का दौर जारी रहा.
जिला प्रशासन की ओर से भाकियू कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए कलेक्ट्रेट गेट पर तालाबंदी करते हुए ट्रैक्टर ट्रॉली को बाहर ही रोक दिया था. इससे गुस्साए भाकियू कार्यकर्ताओं ने अपनी ओर से भी यहां एक ताला जड़ दिया, जिससे गेट के अंदर आवाजाही कुछ देर के लिए पूरी तरह बंद हो गई.
इस दौरान पुलिस और भाकियू कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए और गरमागरमी होने लगी. कलेक्ट्रेट गेट पर दो ताले हो गए. बाद में एसपी क्राइम रामअर्ज मौके पर पहुंचे और ताला खुलवाया. जिसके बाद प्रदर्शनकारी किसान ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर कलेक्ट्रेट परिसर के अंदर धरने पर बैठ गए. कलेक्ट्रेट परिसर में किसानों ने हुक्का भी गुडगुड़ाया.
इधर समाजवादी पार्टी ने भी कृषि विधेयक को लेकर प्रदर्शन किया. मेरठ मवाना और सरधना तहसीलों पर ज्ञापन दिया गया. इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस फोर्स की तैनाती रही.