सहारनपुर: जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है. आर्थिक तंगी और भारी कर्ज से दबे होने के कारण एक ही परिवार के तीन छोटे बच्चे और पति पत्नी ने आत्मघाती कदम उठा लिया. हाईवे से गंभीर हालत में एक कार सवार ने सभी को जिला अस्पताल पहुंचाया. जहां सभी का इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि परिवार के ऊपर 4:30 लाख रुपए कर्ज है.
जानकारी के मुताबिक, थाना देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव नदी फिरोजपुर के रहने वाले विकास, पत्नी रजनीश और उनके बच्चे परी, पलक और विवेक को गागलहेड़ी-देवबंद हाईवे पर अचेत अवस्था में देखकर राहगीरों ने मदद की कोशिश की. लेकिन एंबुलेंस का नंबर न लगने के कारण वहां से गुजर रहे बाबर ने अपनी गाड़ी में परिवार को बैठाया और पहले उन्हें अरोड़ा सीएचसी पहुंचाया. यहां डॉक्टरों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया. बाबर ने परिवार को अस्पताल पहुंचाने के बाद पुलिस को सूचना दी.
विकास ने रास्ते में बाबर को बताया कि कर्ज के बोझ से वह इतना परेशान हो गया था कि उसने पूरे परिवार सहित जान देने की कोशिश की. डॉक्टरों का कहना है कि सभी की स्थिति गंभीर बनी हुई है, खासतौर पर विकास की स्थिति खतरनाक है. बेहतर इलाज के लिए रेफर करने की तैयारी की जा रही है.
नागल के रहने वाले बाबर ने बताया कि जब उन्होंने हाईवे पर यह दृश्य देखा तो पहले उन्हें एक्सीडेंट का शक हुआ. बाद में पता चला कि पूरा परिवार बेसुध पड़ा है. इस पर उसने तुरंत पानी पिलाकर उनकी हालत सुधारने की कोशिश की और फिर उन्हें अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और परिवार के अन्य सदस्यों से संपर्क किया जा रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि यदि समय रहते सही इलाज नहीं मिला होता तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी.
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या की कोशिश का प्रतीत होता है. रजनीश ने पुलिस को बताया कि परिवार पर भारी कर्ज था, जिसकी वजह से उन्होंने यह कठोर कदम उठाया.
आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान परिवार ने उठाया खौफनाक कदम, 3 बच्चों समेत माता-पिता हाईवे पर मिले बेसुध - SAHARANPUR NEWS
कार सवार ने गंभीर हालत में देख जिला अस्पताल पहुंचाया, सहारनपुर पुलिस ने शुरू की जांच
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Jan 13, 2025, 8:13 PM IST
सहारनपुर: जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है. आर्थिक तंगी और भारी कर्ज से दबे होने के कारण एक ही परिवार के तीन छोटे बच्चे और पति पत्नी ने आत्मघाती कदम उठा लिया. हाईवे से गंभीर हालत में एक कार सवार ने सभी को जिला अस्पताल पहुंचाया. जहां सभी का इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि परिवार के ऊपर 4:30 लाख रुपए कर्ज है.
जानकारी के मुताबिक, थाना देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव नदी फिरोजपुर के रहने वाले विकास, पत्नी रजनीश और उनके बच्चे परी, पलक और विवेक को गागलहेड़ी-देवबंद हाईवे पर अचेत अवस्था में देखकर राहगीरों ने मदद की कोशिश की. लेकिन एंबुलेंस का नंबर न लगने के कारण वहां से गुजर रहे बाबर ने अपनी गाड़ी में परिवार को बैठाया और पहले उन्हें अरोड़ा सीएचसी पहुंचाया. यहां डॉक्टरों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया. बाबर ने परिवार को अस्पताल पहुंचाने के बाद पुलिस को सूचना दी.
विकास ने रास्ते में बाबर को बताया कि कर्ज के बोझ से वह इतना परेशान हो गया था कि उसने पूरे परिवार सहित जान देने की कोशिश की. डॉक्टरों का कहना है कि सभी की स्थिति गंभीर बनी हुई है, खासतौर पर विकास की स्थिति खतरनाक है. बेहतर इलाज के लिए रेफर करने की तैयारी की जा रही है.
नागल के रहने वाले बाबर ने बताया कि जब उन्होंने हाईवे पर यह दृश्य देखा तो पहले उन्हें एक्सीडेंट का शक हुआ. बाद में पता चला कि पूरा परिवार बेसुध पड़ा है. इस पर उसने तुरंत पानी पिलाकर उनकी हालत सुधारने की कोशिश की और फिर उन्हें अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और परिवार के अन्य सदस्यों से संपर्क किया जा रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि यदि समय रहते सही इलाज नहीं मिला होता तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी.
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या की कोशिश का प्रतीत होता है. रजनीश ने पुलिस को बताया कि परिवार पर भारी कर्ज था, जिसकी वजह से उन्होंने यह कठोर कदम उठाया.