मेरठ: आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर बुधवार को सर्किट हाउस पहुंचे. उन्होंने बात करने के लिए मीडियाकर्मियों को आमंत्रित किया. लेकिन, उन्हें सर्किट हाउस की बिल्डिंग में प्रवेश नहीं करने दिया गया. इससे नाराज होकर वह सीढ़ियों पर बैठ गए और वहीं मीडिया से बात की. उन्होंने कुछ दस्तावेज भी मीडिया के सामने पेश किए. उन्होंने एक जमीन के मामले को लेकर गंभीर आरोप लगाए.
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि यह बेहद ही आश्चर्य की बात है कि वह बैठकर मीडिया से बात कर सकते थे. लेकिन, उन्हें रोक दिया गया. उन्होंने कहा कि वह विपक्षी दल के हैं और विपक्षियों के लिए तीखा बोलते हैं. शायद इसीलिए उन्हें रोका गया. अफसरों को अमिताभ ठाकुर की बातें पसंद नहीं आती हैं, इसीलिए उन्हें रोक दिया गया और कहा गया कि आप अंदर नहीं जाओगे.
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं के बीच में चल रही राजनीतिक नूराकुश्ती को लेकर अमिताभ ठाकुर ने कहा कि यह सब ठीक नहीं हो रहा है. जब आप एक गठबंधन में हैं तो उसी तरह से रहना भी चाहिए. वह यहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस नेताओं को नसीहत देते दिखे. इंडिया गठबंधन के किसी भी नेता का बगैर नाम लिए अमिताभ ठाकुर ने कहा कि जो छोटी-छोटी बातें हैं, इन्हें अवॉइड करके हमें एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए. आज साथ भी हैं और साथ भी नहीं है, यह अच्छा नहीं लगता है. उनका इशारा समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं की तरफ था.
बीएसपी सुप्रीमो मायावती की दूरी को लेकर अमिताभ ठाकुर ने एक शेर पढ़ते हुए कहा कि यूं ही कोई किसी से बेवफा नहीं होता, शायद उनकी कोई मजबूरी रही होगी, जो भी रही है वही जानें. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि यह नहीं होना चाहिए. सभी को विपक्षी एकजुटता दिखाते हुए एक साथ होना चाहिए. अमिताभ ठाकुर ने कहा कि हालांकि, उनकी पार्टी नई है. लेकिन, फिर भी लगभग 10 से 12 प्रत्याशी लोकसभा चुनाव में प्रदेश में उतारेंगे. उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश है कि भाजपा को रोकने के लिए इंडिया गठबंधन को वह सपोर्ट करेंगे.
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि वैसे तो पार्टी विचार कर रही है कि बलिया, वाराणसी या उन्नाव में से किसी एक सीट पर चुनाव लड़ेंगे. लेकिन, उनकी प्राथमिकता में वाराणसी है और वह वाराणसी से ही लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वाराणसी से चुनाव लड़ने का एक सीधा कारण है. वह कई बार वाराणसी गए हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जिन्हें वहां अवतार स्वरूप मानती है. लेकिन, वहां हकीकत कुछ और है. पार्टी का जो दावा है, उसमें जमीन आसमान का अंतर है. उनका कहना है कि भले ही वह कुछ न करें. लेकिन, उन तथ्यों को सामने ला पाएंगे.
गौरतलब है कि इससे पूर्व में भी अमिताभ ठाकुर सितंबर में मेरठ आए थे. तब उन्होंने यहां जबरिया प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. बता दें कि तब प्रदेश सरकार के मंत्री बृजेश सिंह को अधिकारियों के साथ बैठक करनी थी. हालांकि, आज की तस्वीर बिल्कुल उलट दिखाई दी. आज उन्हें सर्किट हाउस के किसी भी कमरे या हॉल में घुसने से ही रोक दिया गया.
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