कानपुर: 'मुझे पता चला कि पापा ने मुझे प्रॉपर्टी से बेदखल कर दिया है, तो मुझे काफी गुस्सा आया. सोचा अब पापा को सबक सिखाऊंगा. मैंने घर की अलमारी से गहने और कैश चोरी कर ली. भाग कर एक होटल में रुका. लेकिन पापा ने मुझे तलाश लिया.'
ये कहना है 10वीं में पढ़ने वाले व्यापारी के नाबालिग बेटे का. पुलिस ने आरोपी बेटे और उसके दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी बेटे ने पूछताछ में पुलिस को चोरी करने की बात कबूल की. चोरी का माल भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. आरोपियों को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा.
24 फरवरी को दर्ज कराई थी चोरी की शिकायत: 24 फरवरी को पनकी में रहने वाले जूता कारोबारी ने घर में चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी. पनकी पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला की चोरी किसी और ने नहीं, बल्कि व्यापारी के बेटे ने ही की है.
पनकी थाना प्रभारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि छात्र और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से चोरी किया गया माल भी रिकवर हो गया है. आरोपी से पूछताछ और जांच पड़ताल की जा रही है.
मोहल्ले के लड़कों के संपर्क में आया: पनकी में रहने वाले कारोबारी जूते और चप्पल बनाने का काम करते हैं. उनका इकलौता बेटा हाईस्कूल का छात्र है. कारोबारी ने पुलिस को बताया कि करीब 6 महीने पहले बेटा मोहल्ले के कुछ लड़कों के संपर्क में आ गया.
गलत संगत में पड़ने से नशा करने लगा. बेटे को इस गलत संगत से बचाने के लिए अपने परिवार के साथ रतनलाल नगर में किराए के मकान में रहने लगा. 23 फरवरी की रात बेटा अचानक घर से लापता हो गया.
अलमारी के ताले तोड़े: काफी समय घर नहीं लौट तो उसकी खोजबीन शुरू की. उसका कुछ पता नहीं चला. अगले दिन यानी 24 फरवरी को पनकी स्थित अपने घर पहुंचा. मेन गेट का ताला खोल कर अंदर पहुंचा तो होश उड़ गए.
कमरों और अलमारी के ताले टूटे थे. अलमारी में रखे 80 लाख के गहने और 21 लाख रुपये कैश भी गायब था. आस पड़ोस में रहने वाले लोगों से जानकारी की तो पता चला बेटा अपने दोस्तों के साथ घर आया था.
झूठ का सहारा लेकर बेटे को डराया: कारोबारी का कहना है कि हाल ही में उन्होंने अपने बेटे को सुधारने के लिए अपने वकील मित्र से सलाह ली. वकील ने बताया कि झूठ का सहारा लेकर बेटे को डराओ शायद वह सुधर जाए.
मैंने बेटे को प्रॉपर्टी से बेदखल करने की धमकी दी. इस बात को बेटे ने इतना ज्यादा सीरियस ले लिया कि उसके मन में बदले की भावना जाग उठी. उनका कहना है कि मैं तो एक पिता हूं उसका भला ही चाहूंगा. मुझे क्या पता था बेटा इस तरह का कदम उठाएगा.