मऊ : जिले के नगर पालिका कम्युनिटी हॉल में आयोजित उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिला ग्राम प्रधानों ने हिस्सा लिया. इस दौरान जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि महिला ग्राम प्रधान समाज में परिवर्तन ला सकती हैं.
सदर एसडीएम और मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अंकुर लाठर ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं को ग्राम स्तर पर निर्वाचित किया जाता है. महिलाओं को अपना महत्व समझते हुए समाज के लिए आगे आना होगा.
कार्यक्रम में मंच से डीएम ने ग्राम प्रधानों से किसी भी दशा में अपात्रों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं देने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान अपात्रों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने की शिकायत आती है.
आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम के माध्यम से संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई है. राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कन्या सुमंगला योजना के बारे में बताया गया. 1 अप्रैल से यह योजना लागू हुई है, जिसके तहत पैदा हुई पहली कन्या का पंजीकरण होगा. योजना में कन्या के लिए खोले गए खाते में पैसा किश्तों में पैसा जाता रहेगा. 18 वर्ष के बाद खाते में 15 हजार रुपये एकत्र होंगे जिसका आगे की पढ़ाई या विवाह में उपयोग किया जा सकता है.
ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, डीएम
मुहम्मदाबाद गोहना ब्लॉक के ग्राम टेकईं की ग्राम प्रधान प्रेमशीला ने बताया कि वह गांव के सभी विकास कार्य खुद करवाती हैं. बताया कि गांव में मैंने नाली, खड़ंजा, शौचालय, पोखरा, सड़क आदि काम कराया है. हाल में वृक्षारोपण के लिए गड्ढे खुदवाये.
प्रेमशीला, टेकईं की ग्राम प्रधान