मऊ: जनपद के नगर पालिका में भ्रष्टाचार फैलने से सभासद नाराज हो गए हैं. वहीं नाराज सभासदों ने कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचकर जिलाधिकारी से गुहार लगायी है. सभासदों ने जिलाधिकारी को पत्र सौंपकर नगर पालिका के भष्ट्राचारों से अवगत कराया. साथ ही जांच कर कार्रवाई करने की मांग की.
सभासदों ने जिलाधिकारी को सौंपा पत्र
नगर पालिका के कार्यों से नाराज होकर सभासदों का एक गुट कलेक्ट्रेट पहुंच गया. सभासदों ने पत्र सौंपकर बताया कि 6-6 महीने तक बोर्ड की बैठक नहीं बुलाई जाती है. प्रतिष्ठित अखबारों में निविदाएं न देकर अंजान अखबारों में निविदाएं प्रकाशित करायी जाती हैं. अपने चहेते ठेकेदारों से कमीशन लेकर काम करवाने जैसे मुद्दों को लेकर पिछले दिनों नगर पालिका में हंगामा भी हो चुका है.
सभासद जहीर सेराज ने बताया कि नगर पालिका के वाहनों पर 2016 तक लगभग 12 लाख रुपये का डीजल पेट्रोल का भूगतान किया जाता था. अब इन दिनों 22 लाख रुपये के डीजल, पेट्रोल का मासिक भुगतान किया जाता है. इसका कारण यह है कि पेट्रोल, डीजल पालिकाध्यक्ष तैय्यब पालकी के फैक्ट्री में नगर पालिका से ही भेजा जाता है. नियमित, संविदा और ठेके वाले सफाईकर्मियों के 200 लोगों का फर्जी भुगतान किया जाता है. इसका कारण यह है कि बार-बार कर्मचारियों से सम्बन्धित सूचनाएं मांगने पर भी सूचनाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं.
सभासदों ने कहा कि यही हाल विद्युत और जलकल विभाग का भी है. ऐसे लोगों के नाम से वेतन निकाला जाता है जो नगर पालिका में कार्यरत नहीं हैं. इसके साथ-साथ जलकल के करोड़ों का ठेका एक ही व्यक्ति को अलग-अलग नामों से दिया जाता है. विद्युत विभाग में बड़े पैमाने पर घपला किया जा रहा है. ब्रांडेड कंपनियों के बिल लगाकर भुगतान किया जाता है, जबकि एसेम्बल और डुप्लिकेट सामान लगाया जाता है.