मऊ: कलेक्ट्रेट सभागार में एंटी भू-माफिया के तहत बैठक की गई. इसमें जिलाधिकारी ने तहसीलदार मधुबन को कड़ा निर्देश दिया है. साथ ही तहसील सदर में एंटी भू-माफियाओं के खिलाफ दर्ज मुकदमे को एंटी भू-माफिया पोर्टल पर दर्ज कराने और बेदखली की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. जो भी कर्मचारी शुरू से लेकर अंत तक सम्मिलित हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने का आदेश दिया.
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने सदर तहसीलदार के रहते हुए भी पोर्टल पर मामले को दर्ज न कराने पर नाराजगी व्यक्त की है. पकड़ी ताल, ताल रतोय, लौवासाथ और इसके साथ ही जनपद की चारों तहसीलों के अंतर्गत बड़े और छोटे नालों की जांच कर उचित कार्रवाई करें. सरकारी भूमि पर यदि किसी भी व्यक्ति द्वारा कब्जा किया गया हो तो उसके खिलाफ भू माफिया के तहत मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया. सदर तहसील में सबसे अधिक भू-माफियाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.
शेष तहसीलों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तत्काल अपने-अपने तहसीलों में कार्रवाई करें. अपर पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया कि जिन भू-माफियाओं के खिलाफ जो भी धाराएं लगाई गईं, उसे भू-माफिया पोर्टल पर अपलोड किया जाए, क्योंकि इसकी समीक्षा मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं की जा रही है. इसलिए इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी. दोषियों के खिलाफ निश्चित रूप से कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इसके अलावा नगरपालिका के नक्शे का मिलान किया गया और किस क्षेत्र में नक्शे के अंतर्गत भू-माफिया का कब्जा है, उसकी समीक्षा की गई. जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारी और तहसीलदारों को अभियान चलाकर सरकारी जमीनों की जांच करने का निर्देश दिया है, जिससे कब्जाधारी पकड़े जाएं और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके.