मऊ: भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष उर्मिला जायसवाल के तीनों बेटों के खिलाफ अवैध शराब के कारोबार के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था. मुकदमे के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष एसपी ऑफिस पहुंचीं और पुलिस के सामने अपने एक बेटे को खुद से अलग होने का दावा किया. इस दौरान उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग का पत्रक भी दिया.
- 3 जुलाई को घोसी कोतवाली अंतर्गत बोझी बाजार स्थित ईंट भट्ठे से पुलिस ने 75 लाख की अवैध शराब बरामद की थी.
- इस मामले में भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष के तीनों बेटे मुख्य आरोपी हैं.
- मामले को तूल पकड़ता देख उर्मिला जायसवाल ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच निष्पक्ष जांच का पत्रक सौंपा.
- एसपी दफ्तर में मौजूद सीओ मोहम्मदाबाद ने उनका पत्रक लिया और जांच का आश्वासन दिया.
- उर्मिला जायसवाल का कहना था कि उनके एक बेटे के साथ कोई ताल्लुक नहीं हैं, लेकिन बाकी दो बेटों को निर्दोष फंसाया गया है.
हमारे बेटे को फर्जी फंसाया गया है. यह पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है. एक बेटा जो मुख्य दोषी है, उसके खिलाफ आरोप साबित करिए लेकिन बाकी के दो बेटों को साजिश के तहत मामले में फंसाया गया है.
-उर्मिला जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष
मामले की जांच चल रही है. जिला पंचायत अध्यक्ष इसी संदर्भ में आई थीं और उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग रखी.
-नंदलाल, सीओ मोहम्मदाबाद