मऊ: राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत दो दिवसीय कृषक औद्यानिक गोष्ठी और मेले का आयोजन किया गया. इसमें कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों और अधिकारियों द्वारा उद्यान विभाग की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी गई.
कृषक औद्यानिक गोष्ठी और मेले का आयोजन-
- जिले में दो दिवसीय कृषक औद्यानिक गोष्ठी और मेले का आयोजन किया गया.
- गोष्ठी में शामिल हुए जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने खेती में नई तकनीक के प्रयोग पर बल दिया.
- डीएम ने गोष्ठी में आए किसानों को सहजन का पौधा वितरित भी किया गया.
- सहजन के फल, फूल, पत्ती और बीज के विभिन्न तरीकों से सेवन करने के होने वाले लाभ भी बताए.
- नगर पालिका कम्युनिटी हॉल में आयोजित हुई इस गोष्ठी में उन्नतिशील खेती के गुर बताए गए.
उद्यान विभाग के कर्मचारी भी रहे मौजूद-
नगर पालिका कम्युनिटी हॉल में आयोजित हुई इस गोष्ठी में उन्नतिशील खेती के गुर बताए गए. उन्होंने किसानों को आम, जामुन, बड़हल, आदि फलदार वृक्ष लगाने को कहा. डीएम ने गांव में कुएं, तालाब, पोखरी आदि का जीर्णोद्धार कर इनके माध्यम से जल संचयन करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि खेत की तैयारी से लेकर बीज की बुवाई और फसल की कटाई में नवीनतम तकनीकों और आधुनिक कृषि यंत्रों का इस्तेमाल करके न केवल उत्पादन बढ़ाना संभव होगा, बल्कि उत्पादन की लागत भी कम होगी.
जी-9 प्रजाति के केले का नमूना रहा आकर्षण का केंद्र-
मेले में केला, लंकी, लौबिया, संकर मिर्च, संकर करैला, नशदार तरोई, चिकनी तरोई, बैगन, भिण्डी आदि की उन्नत नमूनों का स्टाल लगाया गया था. इसमें विकास खंड कोपागंज के सोंड़सर ग्राम के किसान मनीष कुमार राय द्वारा टीश्यू कल्चर पद्धति से लगाया गया जी-9 प्रजाति के केले का नमूना आकर्षण का केंद्र रहा.
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत गोष्ठी एवं मेले का आयोजन किया गया. कृषकों को औद्यानिक खेती अपनाकर लाभ कमाने के टिप्स दिए गए. जिले में डीएम द्वारा सहजन के पौधे लगाने पर विशेष फोकस किया जा रहा है. किसानों को बुकलेट के माध्यम से सहजन के लाभ बताए जा रहे हैं. गोष्ठी में आए लगभग 500 किसानों को सहजन का पौधा वितरित किया गया है.
-सुभाष कुमार, जिला उद्यान अधिकारी