ETV Bharat / state

मथुरा: नारकीय जीवन जीने को मजबूर कांशीराम कॉलोनी वासी

उत्तर प्रदेश के मथुरा में रिफाइनरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली कांशीराम कॉलोनी में ब्लॉकों से निकलने वाला गंदा पानी कॉलोनी में ही जमा होता है. इस वजह से गंदगी और दुर्गंध ने कॉलोनी वासियों का जीना मुहाल कर दिया है. इस बारे में अधिकारियों से शिकायत भी की गई लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.

काशीराम कॉलोनी वासी
नारकीय जीवन जीने को मजबूर काशीराम कॉलोनी वासी
author img

By

Published : Mar 23, 2020, 8:15 AM IST

मथुरा: रिफाइनरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत बनी कांशीराम कॉलोनी में कई ब्लॉकों से निकलने वाला गंदा पानी कॉलोनी में ही जमा होता है, जिसके कारण लोगों को नारकीय जीवन जीने पर मजबूर होना पड़ता है. सालों से कोई व्यवस्था न होने के कारण घरों में से निकलने वाला गंदा पानी कॉलोनी में ही हिलोरे मारता रहता है. इसके चलते लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. स्कूल जाने वाले बच्चे भी गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर होते हैं. वहीं लोगों को बीमारियों का भी भय सताता रहता है.

जानकारी देते स्थानीय निवासी.

बसपा सरकार के कार्यकाल में बनी कांशीराम कॉलोनी में इन दिनों लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. कई ब्लॉकों से निकलने वाला गंदा पानी कॉलोनी में ही जमा होकर हिलोरें मारता रहता है. दुर्गंध और गंदगी के कारण कॉलोनी वासियों का जीना मुहाल हो गया है. एक तरफ तो पूरे विश्व में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लोगों को आसपास का वातावरण साफ रखने की बात कही जा रही है. वहीं कांशीराम कॉलोनी में सालों से चली आ रही गंदे पानी के भराव की समस्या जस के तस बनी हुई है.

कॉलोनी वासियों का कहना है कि वह हर अधिकारी से इस संबंध में शिकायत कर चुके हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. किसी भी अधिकारी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है. जबकि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पूरे विश्व में लोगों को साफ रहने की सलाह दी जा रही है. आसपास के वातावरण को साफ सुथरा रखने के लिए जागरूक किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- जनता कर्फ्यू का असर: कान्हा की नगरी में पसरा सन्नाटा, जिला अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं जारी

मथुरा: रिफाइनरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत बनी कांशीराम कॉलोनी में कई ब्लॉकों से निकलने वाला गंदा पानी कॉलोनी में ही जमा होता है, जिसके कारण लोगों को नारकीय जीवन जीने पर मजबूर होना पड़ता है. सालों से कोई व्यवस्था न होने के कारण घरों में से निकलने वाला गंदा पानी कॉलोनी में ही हिलोरे मारता रहता है. इसके चलते लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. स्कूल जाने वाले बच्चे भी गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर होते हैं. वहीं लोगों को बीमारियों का भी भय सताता रहता है.

जानकारी देते स्थानीय निवासी.

बसपा सरकार के कार्यकाल में बनी कांशीराम कॉलोनी में इन दिनों लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. कई ब्लॉकों से निकलने वाला गंदा पानी कॉलोनी में ही जमा होकर हिलोरें मारता रहता है. दुर्गंध और गंदगी के कारण कॉलोनी वासियों का जीना मुहाल हो गया है. एक तरफ तो पूरे विश्व में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लोगों को आसपास का वातावरण साफ रखने की बात कही जा रही है. वहीं कांशीराम कॉलोनी में सालों से चली आ रही गंदे पानी के भराव की समस्या जस के तस बनी हुई है.

कॉलोनी वासियों का कहना है कि वह हर अधिकारी से इस संबंध में शिकायत कर चुके हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. किसी भी अधिकारी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है. जबकि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पूरे विश्व में लोगों को साफ रहने की सलाह दी जा रही है. आसपास के वातावरण को साफ सुथरा रखने के लिए जागरूक किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- जनता कर्फ्यू का असर: कान्हा की नगरी में पसरा सन्नाटा, जिला अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं जारी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.