इस्लामाबाद: कई सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया है कि कुछ पाकिस्तानी यूट्यूबर्स, जो अपने चैनलों पर भारत समर्थक कंटेंट अपलोड करते थे, उन्हें पाकिस्तानी सेना ने फांसी पर लटका दिया है. इन अटकलों को इन यूट्यूबर्स की अचानक इनएक्टिव होने से बल मिला है. रिपोर्ट के अनुसार इन दोनों सहित लगभग 12 यूट्यूबर्स गायब हो गए हैं और कई हफ्तों से उनके चैनलों पर कोई नई पोस्ट नहीं की हुई है.
इन कंटेंट क्रिएटर्स में दो प्रमुख यूट्यूबर्स सना अमजद और शोएब चौधरी शामिल हैं, जिन्होंने अपने स्ट्रीट इंटरव्यू और पब्लिक रिएक्शन वीडियो के लिए काफी लोकप्रियता हासिल की. गौरतलब है कि ईटीवी भारत इन दावों की पुष्टि नहीं करता है.
दुनियाभर में फॉलोवर्स
कथित तौर पर पाकिस्तान के दो यूट्यूबर पत्रकारों सना अमजद और शोएब चौधरी को पाकिस्तान सरकार (सेना) ने फांसी पर लटका दिया है, क्योंकि उन्होंने उनका पर्दाफाश किया था और भारत की प्रशंसा की थी. इन कंटेंट क्रिएटर्स की न केवल पाकिस्तान में बल्कि भारत सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अच्छी खासी फॉलोइंग थी.
भारत में भी लोकप्रिय
उनके चैनल 'रियल एंटरटेनमेंट' (शोएब चौधरी) और सना अमजद के चैनल पर नियमित रूप से पाकिस्तानी करेंट अफेयर और जनता की राय के बारे में कंटेंट दिखाया जाता था, जिसमें भारत से संबंधित विषयों पर प्रतिक्रियाएं भी शामिल थीं. उनके वीडियो भारतीय दर्शकों के बीच खासे लोकप्रिय थे.
कितना सच है फांसी देने का दावा
इस बीच पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी ने यूट्यूबर्स को फांसी देने के दावों को फर्जी करार दिया है. उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर एक पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा 'फेक न्यूज'. आरजू ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा पाकिस्तानी सरकार ने यूट्यूबरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है.
उन्होंने यह भी बताया कि 1 जनवरी को उनके पास पाकिस्तानी जांच एजेंसी एफआईए का फोन आया था और उन्हें लाहौर स्थित एफआईए के कार्यालय पहुंचने को कहा गया था. उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि पाकिस्तानी अधिकारी किस बात से भड़के हुए हैं. मैं एक पत्रकार हूं और केवल न्यूज बेस्ड शो करती हूं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार नहीं चाहती है, मैं सच बोलूं."