मथुरा: धर्म नगरी वृंदावन में महिला महामंडलेश्वर और एक अन्य महामंडलेश्वर के विरुद्ध चौथ वसूली, ब्लैकमेलिंग व मानहानि के मामले में महंत फूलडोल महाराज द्वारा कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
चैतन्य कुटी निवासी महंत फूलडोलबिहारी दास महाराज द्वारा कोतवाली वृंदावन में दर्ज कराई रिपोर्ट के अनुसार महिला महामंडेलश्वर लक्ष्मी गौतम ने खुद को महामंडलेश्वर घोषित किया था. इसकी जानकारी होने पर अखाड़ा परिषद ने चैतन्य कुटी में आयोजित बैठक में संतों ने सर्वसम्मति से लक्ष्मी गौतम की महामंडलेश्वर की उपाधि को अस्वीकार कर दिया था. इससे क्षुब्ध होकर महिला महामंडलेश्वर ने संतो को कई बार धमकी दी कि उन्हें महामंडलेश्वर स्वीकार करो वरना झूठे मुकदमे में फंसा देंगे. लक्ष्मी गौतम ने धमकी देने के साथ ही दस लाख रुपए की भी मांग की थी. वहीं, महामंडलेश्वर धर्मेंद्र गिरि गोस्वामी का कहना है कि उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं. पुलिस द्वारा भी बिना किसी जांच के रिपोर्ट दर्ज की गई है.
जानकारी देते महंत फूलडोज महाराज जानकारी देते हुए महंत फूलडोल बिहारी दास महाराज ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व कथित समाजसेवी लक्ष्मी गौतम जो खुद को किसी कथित समाज का महामंडलेश्वर बताती है. लक्ष्मी गौतम के महामंडलेश्वर बनने की जानकारी होने पर परिषद एवं अखाड़ों की मीटिंग फुलडोल महाराज के आश्रम पर हुई थी. बैठक में गलत तरीके से महामंडलेश्वर की उपाधि प्राप्त करने का विरोध किया गया, तो लक्ष्मी गौतम इससे क्षुब्ध हो गई. महामंडलेश्वर की उपाधि केवल अखाड़ों द्वारा ही कुंभ में सभी संतो महंतों और परंपरा अनुसार ही दी जाती है. विरोध से क्षुब्ध होकर कई बार लक्ष्मी गौतम ने मुझे धमकी देते हुए कहा कि हमें महामंडलेश्वर स्वीकार करो वरना झूठे मुकदमें में फंसा दिया जाएगा. इसके साथ ही 10 लाख की भी मांग की गई .महंत फूलडोल बिहारी दासमहाराज ने बताया कि जब लक्ष्मी गौतम और धर्मेंद्र गिरी दोनों चौथ वसूली में कामयाब नहीं हुए, तो इन दोनों ने षड्यंत्र रचकर किसी के द्वारा मेरे फोन से नागा साधु की फोटो लक्ष्मी गौतम को फॉरवर्ड कर दी. मेरे आश्रम पर कई नागा संत भी रहते हैं. इसी तस्वीर के आधार पर लक्ष्मी गौतम लगातार धमकी दे रही है और 10 लाख रूपए की मांग कर रही है.
यह भी पढ़ें:महामंडलेश्वर महंत धर्मेंद्र गिरी बोले, महिला महामंडलेश्वर की FIR का लिया गया बदला