मथुरा: जिले में इस वर्ष जीव जल सेवा का शुभारंभ सोमवार को गंगा दशहरा के पावन अवसर पर रथ घर के समीप ब्रह्मा कुंड मार्ग पर किया गया है. लोगों से इन पात्रों में समय-समय पर पानी भरे जाने का आह्वान भी किया गया है.
जीव-जंतुओं की मदद
भीषण गर्मी में व्याकुल जीव जंतुओं की परेशानी को समझते हुए सामाजिक संस्था ने विभिन्न क्षेत्रों में जल पात्र रखवाए गए हैं. जानकारी देते हुए संस्था के सदस्य विवेक आचार्य ने बताया कि हमारी संस्था द्वारा कई वर्षों से यह जल पात्र जीवों के लिए जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में रखे जाते हैं. इस बार लॉकडाउन और कोरोना का प्रकोप रहा है. इसकी वजह से यह समस्या रही कि समय पर हम जल पात्र नहीं रख पाए, लेकिन अब गर्मी बहुत हो गई है और हमें चिंता होने लगी है.
प्यास से व्याकुल जीव इधर-उधर घूम रहे हैं, जबकि पुराने पात्र रखे हुए हैं, लेकिन फिर भी जल पात्र की आवश्यकता हो जाती है. पुराने जल पात्र टूट जाते हैं. इस बार फिर से व्यवस्था गंगा दशहरा से प्रारंभ की गई है और इसको हम कई चरणों में पूरा करेंगे. पहले चरण में 25 से 30 पात्र वृंदावन में रखे जा रहे हैं और कोशिश यह है कि मथुरा में भी पात्र पहुंचाएं.
सामाजिक संस्था द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी जीव-जंतुओं की भीषण गर्मी में परेशानी को देखते हुए अंतर्गत जल पात्र रखवाए गए, जिससे कि भीषण गर्मी में प्यास से व्याकुल घूम रहे जीव-जंतुओं को जल पात्रों के माध्यम से पीने के लिए जल उपलब्ध हो सके. इसके साथ ही संस्था द्वारा लोगों से अपील की गई कि वह जीव-जंतुओं के लिए इन पात्रों में समय-समय पर पानी भरते रहे.
विवेक आचार्य, संस्था सदस्य