मथुरा: प्रदेश के कई जिलों में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलें नष्ट हो गई है. किसान मुआवजे को लेकर और सर्वे को लेकर भारी आक्रोश जता रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में 100 से अधिक किसान प्रदर्शन करने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय जा रहे थे. पुलिस ने किसानों को रास्ते में ही रोक दिया. इसके बाद एडीएम एफआर ने समझा-बुझाकर किसानों को शांत कराया.
किसानों ने किया प्रदर्शन
ओलावृष्टि और वर्षा के कारण जनपद भर में 100 से अधिक किसानों के आलू, सरसों और गेहूं की फसल नष्ट हो गई है. इसके चलते किसान उचित मुआवजे और सही से सर्वे कराने की मांग को लेकर सरकार और प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं. किसान भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में प्रदर्शन करने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय जा रहे थे. इस दौरान भारी पुलिस बल ने किसानों को रास्ते में ही रोक लिया. किसानों का आक्रोश देखते हुए एडीएम एफआर किसानों को शांत कराने के लिए पहुंचे.
एडीएम एफआर ने बताया कि अभी नष्ट हुई फसल के सर्वे के लिए कृषि विभाग और लेखपाल कई क्षेत्रों में पहुंचे नहीं है. उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया है कि, सर्वे कराकर डिमांड सरकार को भेजी गई है. कुछ सर्वे अभी हो रहे हैं, जहां लेखपाल और कानूनगो नहीं गए है वहां भी जाकर सर्वे किया जाएगा. जो फाइनल डिमांड होगी वह तीन-चार दिन में फिक्स करके भेजेंगे. जिस किसान का 33 परसेंट से ऊपर फसल में नुकसान हुआ है, उसे राहत राशि शासनादेश के अनुसार दिया जाएगा. इस मामले में 45 करोड़ से अधिक की डिमांड भेज दी गई है.
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