मथुरा: धर्म नगरी वृंदावन में स्थित केशव धाम में भारत तिब्बत समन्वय संघ की राष्ट्रीय बैठक शनिवार को आयोजित की गई. इस दौरान भारत तिब्बत समन्वय संघ की राष्ट्रीय महामंत्री राजू मालवीय ने कहा कि भारत की समृद्धि चाइना की वस्तुओं के आर्थिक बहिष्कार में है. तिब्बती बहनों के साथ जिस तरह का अत्याचार हो रहा है. उसको रोकने के लिए हम संकल्पित हैं.
भारत तिब्बत समन्वय संघ की राष्ट्रीय महामंत्री राजू मालवीय ने कहा कि भारत तिब्बत समन्वय संघ का प्रारंभ कोरोना काल में 14 जनवरी 2021 को हुआ था. आज हम डेढ़ वर्ष के बाद प्रत्यक्ष रूप से बैठे हैं. बताते हुए प्रसन्नता है कि 28 प्रांत के लोग 200 की संख्या में यहां पर उपस्थित हैं. हम अगले दो दिनों तक विभिन्न सत्रों में यहां बैठेंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण इससे पहले यह बैठक ऑनलाइन आयोजित की गई थी. उसमें 10 प्रस्ताव किए थे, जिसमें भारत तिब्बत की आजादी, कैलाश मानसरोवर की मुक्ति के साथ ही भारत की समृद्धि चाइना की वस्तुओं के आर्थिक बहिष्कार में है यह सब शामिल है. इन्हीं बिंदुओं पर आज चर्चा की गई है.
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राष्ट्रीय महामंत्री भारत तिब्बत समन्वय संघ राजू मालवीय ने आगे कहा कि तिब्बती बहनों के साथ जिस तरह का अत्याचार हो रहा है, उसको रोकने के लिए हम संकल्पित हैं. इसलिए आज हमारे साथ तिब्बतिय वीमेंस एसोसिएशन की बहनें भी खड़ी हैं, जो 38 रिजनों को यहां से रिप्रेजेंट कर रही हैं. आज हम 2 दिनों तक भारत तिब्बत समन्वय संघ के माध्यम से अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए विभिन्न विषयों पर चिंतन करेंगे. अभी उद्घाटन सत्र चल ही रहा है, जिसमें कप्तान सिंह सोलंकी पूर्व (राज्यपाल हरियाणा/ त्रिपुरा) हम सबका मार्गदर्शन करेंगे.
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