मथुरा: श्रम विभाग में फर्जीवाड़े में लिप्त पाए जाने पर तीन अधिकारियों पर गाज गिरी है. इसके लिए तीनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया. लेकिन, इसके बाद भी विभाग में फर्जीवाड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है. पुत्री विवाह अनुदान योजना के आवेदन पत्रों की जांज में गड़बड़ी पाई गई है. सहायक श्रम आयुक्त (Assistant Labor Commissioner) ने जांच में पाए गए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की बात कही.
सहायक श्रम आयुक्त (Assistant Labor Commissioner) एमएलए पाल ने बताया कि बहुत सारे आवेदन पत्रों की रेंडमली जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि अभिलेखों के देखने के आधार पर 5 से 6 आवेदन पत्रों को जांच के लिए लिया गया है. इसमें पुत्री विवाह अनुदान योजना के कुछ ऐसे आवेदन पत्र थे, जिसमें मार्कशीट में बच्चे की उम्र 21 साल दिखाई गई. वहीं, जो हाई स्कूल के लगे हुए अंकपत्र थे, उनका माध्यमिक शिक्षा परिषद (Secondary Education Council) की साइट से रोल नंबर डालकर देखा गया तो उसके मुताबिक नाम अलग था और डेट ऑफ बर्थ भी अलग थी.
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सहायक श्रम आयुक्त (Assistant Labor Commissioner) एमएल पाल ने अपील करते हुए कहा कि जो आसामाजिक तत्व हैं, जो श्रम विभाग से सभी विभागों में गड़बड़ी की कार्रवाई में लिप्त हैं, उनको मेरी चेतावनी है कि वह तत्काल इस तरह के अवांछित कार्य बंद कर दें. पूर्व में अधिकारियों द्वारा जांच की गई थी. 9 मई को सचिव द्वारा भी जांच की गई थी. इसके आधार पर कार्रवाई में श्रम विभाग के तीन अधिकारी को निलंबित किया गया हैं.
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