मथुरा: पीसीएस 2018 में रैंक लाकर मथुरा के लाल ने जिले का नाम रोशन किया. जनपद के रिफाइनरी के ओमकारेश्वर कॉलोनी के रहने वाले दिग्विजय सिंह ने पीसीएस की परीक्षा में 94वीं रैंक प्राप्त की है. दिग्विजय बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे. केंद्रीय विद्यालय में पढ़ाई करने के बाद बीटेक की पढ़ाई की और सिविल सर्विसेस में दूसरी बार में ही पीसीएस की परीक्षा पास की. दिग्विजय सिंह के घर पर बधाई देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है.
रिफाइनरी के ओमकारेश्वर कॉलोनी निवासी नेत्रपाल सिंह के पुत्र दिग्विजय सिंह ने पीसीएस 2018 परीक्षा में 94वीं रैंक प्राप्त की. परिवार में खुशी का माहौल है और बधाई देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है. दिग्विजय सिंह के पिता अध्यापक पद से रिटायर्ड हैं. दिग्विजय सिंह अपने परिवार में दो बहनों से छोटे हैं. केंद्रीय विद्यालय से पढ़ाई करने के बाद बीटेक किया और पीसीएस की दूसरी बार की परीक्षा में ही 94वीं रैंक प्राप्त की.
अभ्यर्थी दिग्विजय सिंह ने बताया कि आज बहुत ही अच्छा लग रहा है. सालों की मेहनत का फल मिला है. इस बधाई का श्रेय अपने माता- पिता और गुरुजनों और बड़ी बहनों को भी देना चाहूंगा, जिन्होंने मेरा काफी साथ दिया. जब मैं पढ़ाई के लिए बैठता था तो रात के 12 बजे तक एक सब्जेक्ट पूरा होने के बाद ही उठता था. दिग्विजय सिंह के पिता नेत्रपाल सिंह ने कहा कि मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं कि मेरे बेटे ने जो सालों की मेहनत की थी वह सफल रही और मुझे गर्व है कि मेरा बेटा आज डिप्टी कलेक्टर बना है.
मथुरा के लाल ने यूपी पीसीएस 2018 में हासिल की 94वीं रैंक
यूपी पीसीएस 2018 का परीक्षा परिणाम शुक्रवार को आया. इसमें मथुरा के दिग्विजय सिंह ने 94वीं रैंक प्राप्त की है. वे अपने दूसरे प्रयास में इस सफलता तक पहुंचे हैं.
मथुरा: पीसीएस 2018 में रैंक लाकर मथुरा के लाल ने जिले का नाम रोशन किया. जनपद के रिफाइनरी के ओमकारेश्वर कॉलोनी के रहने वाले दिग्विजय सिंह ने पीसीएस की परीक्षा में 94वीं रैंक प्राप्त की है. दिग्विजय बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे. केंद्रीय विद्यालय में पढ़ाई करने के बाद बीटेक की पढ़ाई की और सिविल सर्विसेस में दूसरी बार में ही पीसीएस की परीक्षा पास की. दिग्विजय सिंह के घर पर बधाई देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है.
रिफाइनरी के ओमकारेश्वर कॉलोनी निवासी नेत्रपाल सिंह के पुत्र दिग्विजय सिंह ने पीसीएस 2018 परीक्षा में 94वीं रैंक प्राप्त की. परिवार में खुशी का माहौल है और बधाई देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है. दिग्विजय सिंह के पिता अध्यापक पद से रिटायर्ड हैं. दिग्विजय सिंह अपने परिवार में दो बहनों से छोटे हैं. केंद्रीय विद्यालय से पढ़ाई करने के बाद बीटेक किया और पीसीएस की दूसरी बार की परीक्षा में ही 94वीं रैंक प्राप्त की.
अभ्यर्थी दिग्विजय सिंह ने बताया कि आज बहुत ही अच्छा लग रहा है. सालों की मेहनत का फल मिला है. इस बधाई का श्रेय अपने माता- पिता और गुरुजनों और बड़ी बहनों को भी देना चाहूंगा, जिन्होंने मेरा काफी साथ दिया. जब मैं पढ़ाई के लिए बैठता था तो रात के 12 बजे तक एक सब्जेक्ट पूरा होने के बाद ही उठता था. दिग्विजय सिंह के पिता नेत्रपाल सिंह ने कहा कि मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं कि मेरे बेटे ने जो सालों की मेहनत की थी वह सफल रही और मुझे गर्व है कि मेरा बेटा आज डिप्टी कलेक्टर बना है.