मथुरा: जिले में एक चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया है. यहां मसानी स्थित मोक्ष धाम पर 85 वर्षीय मां की मौत के बाद 3 बहनें आपस में जमीन बंटवारे को लेकर 9 घंटे तक लड़ती रहीं. इसके चलते मां का शव 9 घंटे तक चिता पर शव रखा रहा. लगभग 7 से 8 बार क्रिया कर्म करने के लिए पंडित को बुलाया गया. लेकिन, बहनों में समझौता न होने पर हर बार पंडित को लौटा दिया गया. बमुश्किल, 9 घंटे बाद श्मशान पर ही स्टांप मंगाकर समझौता हुआ. इसके चलते 9 घंटे बाद महिला का अंतिम संस्कार किया गया.
दरअसल, पुष्पा (85) का कोई पुत्र नहीं था. उसकी तीन बेटियां थीं. इनके नाम मिथिलेश, सुनीता और शशि हैं. पुष्पा की बीमारी के चलते आज सुबह लगभग 6 बजे मौत हो गई. इसके बाद पुष्पा के शव को अंतिम संस्कार के लिए मस्तानी स्थित मोक्ष धाम पर लाया गया. यहां तीनों बहनें जमीन बंटवारे के लिए आपस में झड़ने लगीं.
बताया जा रहा है कि बीते कुछ दिनों से पुष्पा अपनी बड़ी पुत्री मिथिलेश के घर पर जमुनापार थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव लोहान में रह रही थी. सुनीता और शशि का आरोप है कि मिथिलेश ने इस बीच बहला-फुसलाकर अपनी मां से करीब डेढ़ बीघा खेत बिचवा दिया और पैसे ले लिए. इसके चलते सुनीता और शशि भी अपने हिस्से की जमीन की मांग करने लगीं. इसके चलते तीनों बहनों ने अपनी मां का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया. वहीं, अंतिम संस्कार के लिए 7 से 8 बार पंडित को भी बुलाया गया. लेकिन, हर बार समझौता न होने के चलते उसे लौटना पड़ा.
दोनों बहनें मिथिलेश से मां की संपत्ति में बराबर का हिस्सा लेने के लिए झगड़ती रहीं. इस बीच हंगामा देख मोक्ष धाम कर्मियों ने पुलिस भी बुला ली. लेकिन, पुलिसकर्मियों के समझाने के बाद भी लगभग 9 घंटे तक बहनें जमीन बंटवारे को लेकर आपस में झगड़ती रहीं. लोगों के समझाने के बाद श्मशान घाट पर ही स्टांप मंगाया गया. यहां तीनों बहनों ने जमीन में बंटवारा होने के बाद अपनी मां का अंतिम संस्कार कराया.
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