बहराइच: जिले के महाराजगंज में 13 अक्टूबर को राम गोपाल मिश्रा की हत्या पर भड़की हिंसा के बाद जनजीवन पटरी पर लौट रहा है. पुलिस ने गुरुवार को 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इनमें 2 मुख्य आरोपियों सरफराज और तालीम को पुलिस की गोली लगी. कहा जा रहा है कि जब पुलिस इन्हें हथियार व अन्य सबूतों की निशानदेही के लिए ले जा रही थी, तब ये भागने लगे, इस पर पुलिस को गोली चलानी पड़ी.
पुलिस एनकाउंटर में सरफराज और तालीम घायल हुए. दोनों के पैर में गोली लगी थी. इनका एनकाउंटर नेपाल बॉर्डर पर हांडा बसेहरी नहर के पास हुआ. इस बीच घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है. जिसमें मुठभेड़ के बाद पुलिस दोनों को सहारा देकर ला रही थी तो वे गिड़गिड़ाने लगे. दर्द से कराह रहे थे. वीडियो में कहते सुने जा सकते हैं- गलती हो गई साहब, अब ऐसा नहीं करेंगे. पुलिस वाले भी कह रहे हैं कि आराम से चलो, कोई परेशानी की बात नहीं है.
एक तो अपराध किया और फिर उससे बचने के लिए भागने और पुलिस पर गोली चलाने का अपराध किया. इस पर हत्यारोपी बोले- साहब, हम लोग भागने की फिराक में थे, गोली चलाई गलती हो गई, अब ऐसा नहीं करेंगे. हालांकि इस वीडियो की आधिकारिक रूप से किसी ने पुष्टि नहीं की है. एनकाउंटर के बाद दोनों को बहराइच मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया गया था.
वहीं एक वीडियो और वायरल है. इसे राम गोपाल की पत्नी का बताया जा रहा है. इसमें वह कह रही हैं कि हम न्याय मांग रहे हैं, न्याय मिल नहीं रहा. पुलिस-प्रशासन हमें न्याय नहीं दिला रही है.
उधर, एसपी वृंदा शुक्ला के मुताबिक कल जिन 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उनके नाम मोहम्मद फहीन, मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू, मोहम्मद सरफराज, अब्दुल हमीद, और मोहम्मद अफजल हैं. सरफराज और तलीम की निशानदेही पर मर्डर में प्रयुक्त हुए हथियार की बरामदगी के लिए जब पुलिस टीम दोनों को लेकर गई तो इन लोगों ने वहां रखे हथियारों से पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों के पैर में गोली लग गई. दोनों का अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है. मर्डर में उपयोग किए गए हथियार बरामद कर लिए गए.
बहराइच में 13 अक्टूबर को भड़की थी हिंसा: बता दें कि 13 अक्टूबर को दुर्गा मूर्ति विसर्जन जुलूस में दो समुदाय को लोगों में बवाल हो गया था. बहराइच के रामपुरवा, महराजगंज और महसी क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी. इसी बवाल में युवक राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इससे बाद भीड़ उग्र हो गई थी और बाजार-घरों में आगजनी-तोड़फोड़ शुरू कर दी थी. राम गोपाल को अब्दुल हमीद के घर पर गोली मारी गई थी.
अब्दुल हमीद की बेटी को एनकाउंटर का डर: अब्दुल हमीद की बेटी रुखसार का कहना है कि बुधवार की शाम 4 बजे मेरे पिता अब्दुल हमीद, मेरे दो भाई सरफराज, फहीम और उनके साथ एक अन्य युवक को यूपी एसटीएफ ले गई थी. मेरे पति और मेरे देवर को पहले एसटीएफ ले गई थी. उनको कहां रखा गया है, इसकी कहीं से जानकारी नहीं मिल रही. हमें डर है कि उनका एनकाउंटर कर हत्या की जा सकती है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपने परिजनों की सुरक्षा की अपील की है.
बहराइच जिला अस्पताल के बाहर बढ़ाई गई सुरक्षा: बहराइच में 13 अक्टूबर को हिंसा भड़कने के बाद शासन ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए प्रभावित क्षेत्रों में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी थी. करीब 48 घंटे बाद स्थिति सामान्य हो सकी थी. शासन की ओर से बवाल और हिंसा मामले को लेकर 5 पुलिस अधिकारियों को तत्काल सस्पेंड भी कर दिया गया था. अब एनकाउंटर में 2 मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद बहराइच जिला अस्पताल के बाहर बढ़ती भीड़ को देखते हुए वहां पर अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी गई है.
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