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यूपी पुलिस को नेत्रहीन युवती से शांति भंग का खतरा, जानिए पूरा मामला

मैनपुरी के थाना औंछा की चौकी पड़रिया के इंचार्ज ने दृष्टिहीन किशोरी का शांतिभंग करने में चालान किया है. पुलिस की कार्रवाई पर क्षेत्र के लोगों ने सवालिया निशान लगाया है. पीड़िता की मां ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है.

यूपी पुलिस को नेत्रहीन युवती से शांति भंग का खतरा
यूपी पुलिस को नेत्रहीन युवती से शांति भंग का खतरा
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Published : Jul 5, 2021, 11:46 PM IST

मैनपुरी: यूपी पुलिस आए दिन अपने कारनामों को लेकर चर्चा में रहती है. ऐसा ही एक मामला मैनपुरी जिले में सामने आया है जहां पुलिस ने एक नेत्रहीन महिला पर शांतिभंग का मुकदमा दर्ज कर दिया है. मामला जिले के औंछा थाना क्षेत्र का है.

दरअसल, थाना औंछा के गांव नगला महानंद में 26 जून को उमा देवी तथा प्रीती के बीच विवाद हो गया था. पड़रिया चौकी इंचार्ज मनोज कुमार पोनिया ने उमा देवी और प्रीती को विधिक कार्रवाई के तहत जेल भेज दिया था. उमा देवी का आरोप है कि दूसरे पक्ष से मिलकर उनकी दृष्टिहीन पुत्री मोनिका के खिलाफ चौकी इंचार्ज ने शांति भंग करने के आरोप में कार्रवाई की है. उमादेवी ने मामले की शिकायत एसपी से की है.

यूपी पुलिस को नेत्रहीन युवती से शांति भंग का खतरा

इसे भी पढ़ें:शर्मनाक: दहेज लोभी पति ने पत्नी को पीटाकर घर से निकाला

पीड़िता ने शिकायत में बताया है कि 25 जून को उसके घर के पास रहने वाले विनय, प्रीती, जयन्त ने उसकी नाबालिक बेटी कुनालिका के साथ मारपीट की. मोनिका घर के अंदर थी. उसने शोर सुना तो वह घर के बाहर आई तो उसे भी ये लोग भला-बुरा कहने लगे. जब में अपनी घायल बेटी कोनालिक को लेकर थाना औंछा गई तो रात हो जाने के कारण 26 जून की सुबह डॉक्टरी के लिए बुलाया गया. इसके बाद थाना औंछा में डॉक्टरी न कराके पीड़िता को ही जेल भेज दिया गया.

यूपी पुलिस को नेत्रहीन युवती से शांति भंग का खतरा

पीड़ित परिवार का आरोप है कि 15 जुलाई को मोनिका की शादी है. उस दिन उसके परिवार के दबंग लोग पुलिस को रुपये देकर मोनिका को जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं. इससे वह बहुत परेशान है. वहीं, इस मामले में पुलिस अधीक्षक मैनपुरी अशोक कुमार राय ने क्षेत्राधिकारी कुरावली विजय प्रताप सिंह को जांच के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी.

मैनपुरी: यूपी पुलिस आए दिन अपने कारनामों को लेकर चर्चा में रहती है. ऐसा ही एक मामला मैनपुरी जिले में सामने आया है जहां पुलिस ने एक नेत्रहीन महिला पर शांतिभंग का मुकदमा दर्ज कर दिया है. मामला जिले के औंछा थाना क्षेत्र का है.

दरअसल, थाना औंछा के गांव नगला महानंद में 26 जून को उमा देवी तथा प्रीती के बीच विवाद हो गया था. पड़रिया चौकी इंचार्ज मनोज कुमार पोनिया ने उमा देवी और प्रीती को विधिक कार्रवाई के तहत जेल भेज दिया था. उमा देवी का आरोप है कि दूसरे पक्ष से मिलकर उनकी दृष्टिहीन पुत्री मोनिका के खिलाफ चौकी इंचार्ज ने शांति भंग करने के आरोप में कार्रवाई की है. उमादेवी ने मामले की शिकायत एसपी से की है.

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यूपी पुलिस को नेत्रहीन युवती से शांति भंग का खतरा

पीड़ित परिवार का आरोप है कि 15 जुलाई को मोनिका की शादी है. उस दिन उसके परिवार के दबंग लोग पुलिस को रुपये देकर मोनिका को जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं. इससे वह बहुत परेशान है. वहीं, इस मामले में पुलिस अधीक्षक मैनपुरी अशोक कुमार राय ने क्षेत्राधिकारी कुरावली विजय प्रताप सिंह को जांच के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी.

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