महोबाः एसआईटी द्वारा शासन को जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद यूपी के मुख्यमंत्री के निर्देश पर बहुचर्चित कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी मौत मामले में निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार एवं थानाध्यक्ष कबरई की गिरफ्तारी के प्रयास तेज हो गए हैं. इसी क्रम में यूपी के कई शहरों के साथ साथ दिल्ली, राजस्थान, गुजरात में निलंबित आईपीएस के सम्भावित ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी कर गिरफ्तारी के प्रयास किए. हालांकि पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं.
कबरई कस्बे के क्रेशर एवं विस्फोटक कारोबारी मृतक इन्द्रकांत त्रिपाठी मामले में शासन द्वारा गठित एसआईटी की रिपोर्ट सौंपने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर निलंबित तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार एवं तत्कालीन थानाध्यक्ष कबरई देवेन्द्र शुक्ला की गिरफ्तारी के प्रयास पुलिस ने तेज कर दिए हैं. इसी क्रम में झांसी, जालौन, सहित दिल्ली, राजस्थान गुजरात में सम्भावित ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी कर निलंबित एसपी और निलंबित थानाध्यक्ष की गिरफ्तारी के प्रयास किए. अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं.
सूत्रों की मानें तो निलंबित आइपीएस मणिलाल पाटीदार की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है. साथ ही आईजी के. सत्यनारायण के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय विशेष विवेचना दल ने कारोबारी इंद्रकात को अस्पताल पहुंचाने वाले पिता-पुत्र और बघवा खोड़ा गांव के चश्मदीद गवाहों से पूछताछ की. एसआईटी मामले में पहले ही रिपोर्ट दे चुकी है. आईजी के. सत्यनारायण द्वारा गठित किए गए विशेष विवेचना दल में शामिल अपर पुलिस अधीक्षक हमीरपुर संतोष कुमार सिंह, सीओ बबेरू बांदा आनंद पांडेय और प्रभारी निरीक्षक चित्रकूट अरुण पाठक की टीम थाना कबरई पहुंची.
जांच टीम ने पहले इंद्रकांत को सबसे पहले अस्पताल ले जाने वाले अर्जुन सिंह और उनके बेटे सत्यम से आधा घंटे तक पूछताछ की और बयान दर्ज किए. बाद में बघवा खोड़ा के दो गवाहों रविंद्र और अंकुर से भी टीम ने पूछताछ की.