महोबा: प्रदेश सरकार भले ही मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने का दावा करती है, लेकिन जिले के सरकारी अस्पताल के हाल ने सोचने पर मजबूर कर दिया है. दरअसल, मरीजों को लगने वाले ऑक्सीजन सिलेंडर तीमारदार बाजार से खरीदने को मजबूर हैं, जबकि जिला अस्पताल यह सभी सुविधाएं देने का दावा करती हैं. मरीजों को अस्पतालों में आक्सीजन की सुविधाएं न होने से स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े करती हैं.
जिला अस्पताल में 26 वर्षीय जावेद संक्रमण बीमारी से ग्रसित हैं, बीते 6 दिनों से उसका इलाज चल रहा है. जावेद के परिजनों को इलाज के लिए उपयोगी ऑक्सीजन के सिलेंडर्स बाहर से लाने पड़ रहे हैं. अब सवाल यह उठ रहा है कि अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर होने के बावजूद भी आखिर बाहर से सिलेंडर क्यों मंगवाया जा रहा है. वहीं तीमारदारों का आरोप है कि उन्हें अस्पतालों में सुविधाएं नहीं दी जा रही है. हमें बाहर से दवाइयां और ऑक्सीजन के सिलेंडर लाने पड़ रहे हैं, जिससे वह काफी परेशान हैं.
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हम लोगों को मजबूरन बाहर से साढ़े छह सौ से आठ सौ रुपए का सिलेंडर लाना पड़ता है. अभी तक हम लोग आठ सिलेंडर ला चुके है. हमे आर्थिक तौर पर काफी परेशानी होती है, लेकिन अस्पताल प्रशासन एक नहीं सुन रहा.
फैसल, तीमारदारहमारे पास पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है और हम लोग किसी भी तीमारदार से बाहर से सिलेंडर लाने को नहीं कहते .
डॉ. यतीन्द्र पुरवार, जिला अस्पताल