महोबा : जिला कलेक्ट्रेट में तैनात कर्मचारी ने बीते तीन माह से वेतन न मिलने से परेशान होकर डीएम कार्यालय के सामने जहरीला पदार्थ खाकर जान देने का प्रयास किया. इस खबर से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया.
आनन-फानन साथी कर्मचारियों द्वारा कर्मी को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं, कर्मी द्वारा जहरीले पदार्थ के सेवन की सूचना पर एसडीएम ने अस्पताल पहुंचकर कर्मी का हाल जाना.
मामला जिला मुख्यालय स्थित जिलाधिकारी कार्यालय का है. यहां प्रशासनिक उपजिलाधिकारी सौरभ पांडेय के अर्दली भूषण कुमार ने शुक्रवार को डीएम सत्येंद्र कुमार के कार्यालय के सामने जहरीला पदार्थ खा लिया.
इससे उसकी हालत खराब हो गई. साथी कर्मचारियों ने उसे इलाज के लिए आनन फानन जिला अस्पताल में भर्ती कराया. इसकी सूचना मिलते ही एसडीएम सौरभ पांडेय ने अस्पताल पहुंचकर कर्मचारी का हाल जाना.
बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के डॉक्टरों को निर्देश दिए. बताया जाता है कि कर्मचारी ने बीते तीन माह से वेतन न मिलने से आहत होकर यह कदम उठाया.
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कर्मचारी भूषण कुमार ने बताया कि वह अतिरिक्त एसडीएम सौरभ पांडे के यहां अर्दली पद पर तैनात है. उसे पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिला है. कई बार अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
बताया कि उसने बैंक से 15 लाख लोन ले रखा है. इसकी ईएमआई हर महीना लग रही है. इससे परेशान होकर उसने जिलाधिकारी ऑफ़िस के बाहर जहरीला पदार्थ खा लिया.
वहीं, जिला अस्पताल के डॉ. गुलशेर अहमद ने बताया कि एक व्यक्ति को अस्पताल लाया गया है. इसने जहरीले पदार्थ का सेवन किया है. उसका उपचार किया जा रहा है. हालत कंट्रोल नहीं होती है तो बाहर के लिए रेफर करना पड़ेगा. एसडीएम ने भी मरीज का हाल चाल लिया है.