महोबा: जनपद के महिला जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से सरकारी एंबुलेंस चालक की गर्भवती पत्नी की मौत होने पर एंबुलेंस कर्मियों में नाराजगी है. उन्होंने महिला अस्पताल में तैनात डॉक्टरों पर लापरवाही करने का गंभीर आरोप लगाया है. नायब तहसीलदार की मौजूदगी में शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. साथ ही पूरे मामले की जांच की जा रही है.
जानकारी के मुताबकि महोबा के किडारी गांव का रहने वाला सरकारी एंबुलेंस चालक विक्रम अपनी गर्भवती पत्नी सलोनी को लेकर महोबा के महिला जिला अस्पताल पहुंचा था, जहां डॉक्टर द्वारा आसानी से डिलीवरी होने की बात कही गई थी. आरोप है कि तैनात डॉक्टर द्वारा इस कदर लापरवाही बरती गई कि उसकी हालत बिगड़ने लगी और उसे गंभीर अवस्था में रेफर कर दिया गया. परिवार के लोग इसके पहले उसे लेकर जाते गर्भवती महिला ने दम तोड़ दिया, जिसके बाद एंबुलेंस कर्मियों ने जमकर हंगामा किया और महिला अस्पताल में तैनात डॉक्टरों पर लापरवाही करने का आरोप लगाया.
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पीड़ित पति विक्रम का कहना है कि जब वह खुद स्वास्थ्य महकमे में कार्य करता है तब भी उसे बेहतर इलाज नहीं मिल पाया तो आम लोगों को कैसे इलाज मिलता होगा. उसका आरोप है कि डॉक्टरों द्वारा जानबूझकर लापरवाही बरती गई, जिसके चलते उसकी प्रसूता पत्नी की मौत हुई है, वहीं, मामले की जानकारी लगते ही नायाब तहसीलदार मनीष सिंह मौके पर पहुंच गए. समझा बुझाकर मामले को शांत कराते हुए शव को कब्जे में ले लिया और पंचनामा भर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. साथ ही पूरे मामले की जांच की जा रही है.
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