महोबा : जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में गोल्डन कार्ड विहीन परिवारों का गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए अभियान शुरू हो गया है. 31 दिसंबर तक कोई भी पात्र परिवार गोल्डन कार्ड से वंचित नहीं रहेगा. इस विशेष अभियान में आशा कार्यकताओं को भी जोड़ा गया है, जिससे एक भी पात्र परिवार कार्ड से वंचित न रहे. इस काम के लिए आशा कार्यकताओं को गोल्डन कार्ड बनवाने पर 5 रुपए प्रति परिवार प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी.
कोई भी परिवार छूट ना जाए
इस अभियान में जीरो गोल्डन कार्ड वाले परिवारों में ज्यादा से ज्यादा लोगों के कार्ड बनाए जाएंगे. आशा, संगिनी व एएनएम आंगनबाड़ी कार्यकत्री अपने क्षेत्रों के सभी लाभार्थी परिवारों के किसी एक सदस्य का गोल्डन कार्ड नजदीक के जन सुविधा केंद्र या लोकवाणी केंद्र पर जाकर बनवाएंगी. यहां लाभार्थी को एक गोल्डन कार्ड के लिए 30 रुपए का शुल्क देना होगा. परिवार के सभी सदस्यों का अलग-अलग कार्ड बनेगा. आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत परिवार को 5 लाख रुपए तक के नि:शुल्क उपचार की सुविधा दी जा रही है. इसका लाभ जिले के साथ प्रदेश व देश के किसी भी पंजीकृत सरकारी व निजी अस्पताल में लिया जा सकता है. इस अभियान के दौरान बनाए गए गोल्डन कार्ड के लिए संबंधित आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी. गोल्डन कार्ड विहीन परिवार में कम से कम एक सदस्य का गोल्डन कार्ड बनवाने पर आशा कार्यकर्ताओं को 5 रुपए प्रति परिवार प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. आपको बता दें कि जिले में 65,868 परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने हैं. ग्रामीण क्षेत्रों के 25,040 पात्र परिवार ऐसे हैं जिनके किसी भी सदस्य का गोल्डन कार्ड अभी तक नहीं बना है. इस अभियान में अधिक से अधिक संख्या में लाभार्थी परिवारों के गोल्डन कार्ड बनवाए जाएंगे. जनपद में अब तक 76 हजार कार्ड बनाए जा चुके हैं.
सीएमओ ने दी जानकारी
महोबा के सीएमओ डॉ. एम के सिन्हा ने बताया कि मुख्यमंत्री की इच्छा है कि हर एक गांव में हर एक परिवार में कम से कम एक गोल्डन कार्ड बन जाए, जिससे परिवार को योजना का लाभ मिल सके. 31 दिसंबर तक सभी कार्ड बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है.