महोबा: पत्थर उघोग नगरी कबरई में बंदी से जूझ रहे व्यापारियों को उम्मीद की किरण दिखने लगी है. शासन स्तर पर बैठक की तिथि घोषित होने के बाद व्यापारियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात करते हुए खनिज विसंगतियों को समाप्त कराने की मांग उठाई है. वहीं जिलाधिकारी ने व्यापारियों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए यथासंभव मदद का आश्वासन दिया है.
खनन विसंगतियों और रॉयल्ट्री की बिक्री में हो रही मनमानी के विरोध में क्रेसर व्यापारियों के द्वारा बंदी का निर्णय लिया गया है. पिछले कई दिनों से पत्थर उघोग मंडी कबरई की बंदी के बाद सरकार को राजस्व के रूप में करोड़ों की क्षति हो रही है. शासन स्तर तक मामला पहुंचने के बाद भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय के निर्देशक अनिल कुमार शर्मा ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर लखनऊ में 26 अगस्त को होने वाली बैठक में उपस्थित रहने को कहा गया है. बैठक में क्रेसर व्यापारियों को भी बुलाया गया है. वहीं बुंदेलखंड के कई जिलों के खान अधिकारियों को शामिल होने के निर्देश दिए गए हैं. बैठक के बाद क्रेसर व्यापारियों में समस्या के निस्तारण होने की आस जग गई है.
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जिलाधिकारी अवधेश कुमार तिवारी ने बताया कि क्रेसर व्यापारियों द्वारा अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर क्रेसर मंडी की बंदी की गई है. इसको लेकर भूतत्व खनिकर्म निर्देशालय द्वारा 26 तारीख की बैठक में शामिल होने के लिए पत्र आया हुआ है. आज उसी बैठक के सम्बंध में क्रेसर व्यापारियों से बात की गई है.