महोबा: जिले में 635 दिनों से प्रथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर अनशन चल रहा था. लेकिन कोरोना वायरस को देखते हुए ये अनशन स्थगित कर दिया गया है. बुंदेली समाज को 23 मार्च के दिन जिलाधिकारी ने जूस पिलाकर अनशन खत्म कराया, ताकि अनशन स्थल पर लोगों की भीड़ एकत्रित न हो सके.
कोरोना वायरस के कारण स्थगित हुआ अनशन
कोरोना वायरस से सावधानी बरतने के उपायों को लेकर न सिर्फ सरकार काम कर रही है, बल्कि समाजसेवी भी सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं. महोबा मुख्यालय के आल्हा चौक पर, बीते 635 दिनों से अनशन चल रहा था.
प्रथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर अनशन पर बैठे बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर का जिलाधिकारी अवधेश कुमार तिवारी ने जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया. इस दौरान अनशन कर रहे बुंदेली समाज के संयोजक तारा ने कहा, कि वो लोग जन कल्याण के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, और देश हित में यह अनशन स्थगित किया गया.
कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है, और इसे रोकने के लिए पब्लिक को डिस्टेंस बनाना बहुत जरूरी है. इसलिए देश हित में हम लोगों ने फैसला लिया कि अनशन स्थगित कर दें, क्योकि यहां पर पब्लिक ज्यादा आ रही थी, जिसे रोक पाना मुश्किल था और हम लोग जनकल्याण की लड़ाई लड़ रहे हैं.जनकल्याण में इससे बाधा उतपन्न हो रही है, इसलिए फिलहाल हम लोगों ने यह अनशन स्थगित करने का फैसला लिया है.
तारा पाटकर, संयोजक बुंदेली समाज
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तारा पाटकर 635 दिनों से बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर अनशन कर रहे थे, जिनका अनशन 23 मार्च को तुड़वाया गया. चुकि यह केंद्र सरकार और राज्य सरकार स्तर का मामला है, इसलिए हमने उनसे ज्ञापन देने को कहा है, ताकि हम राज्य सरकार को दे सकें.
अवधेश तिवारी, जिलाधिकारी, महोबा