महराजगंज: जनपद के सिसवां विधानसभा में स्थित सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क, यह कह पाना मुश्किल है. यहां से गुजरने वाला हर शख्स अपनी जान जोखिम में डालकर सफर करता है. राहगीरों की समस्या को सुनने वाला भी कोई नहीं हैं, जिनसे वे अपना दर्द बयां कर सकें.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का आदेश 2017 में दिया था, लेकिन आज भी कुछ तस्वीरें इनके संकल्प पर पानी फेर देती हैं. जिले की सिसवां विधानसभा में सिसवां से चिउटहा जाने वाले मार्ग से गुजरने पर कुछ ऐसा ही प्रतीत होता है. यहां की सड़कें गड्डायुक्त हैं. लोग जान जोखिम में डालकर इस रास्ते से गुजरते हैं.
सिसवा-चिउटहा मार्ग की दशा पर यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि हमने कई बार इस सड़क को बनाने के लिए यहां के जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क किया, लेकिन कोई इसकी सुध लेने नहीं पहुंचा. लोगों ने बताया कि यहां अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं. आये दिन यहां लोग सड़कों में बने गड्ढे के कारण अपना संतुलन खो देते हैं और गिर जाते हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह जर्जर मार्ग सिसवां से चिउटहा तक महज 6 किलोमीटर की दूरी तक है, लेकिन इतनी ही दूरी तय करने में घण्टों लग जाते हैं. इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लोगों का आक्रोश भी जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ बढ़ता जा रहा है. उन्होंने बताया कि रोड में इतना पानी है कि कोई न कोई मोटर साइकिल सवार, राहगीर और लोग गिर जाते हैं. कहीं बार यह बोर्ड भी लगाया गया कि 'रोड बनाओ वोट लो' लेकिन कुछ नहीं हुआ.
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जिले के चारों विधानसभा में सबसे तेज तर्रार माने जाने वाले विधायक प्रेमसागर पटेल से भी यहां के लोगों ने शिकायत की, लेकिन कोई बात नहीं बनी. स्थानीय लोगों ने विधायक पर नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि विधायक जी का अक्सर इस रास्ते से आना जाना रहता है, फिर भी इस सड़क का उद्धार नहीं हुआ.