लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर राजधानी लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में शुक्रवार को विशेष आयोजन किये गए. इस अवसर पर अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले छह हस्तियों को ‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया गया. इन सभी को 11 लाख रुपए की धनराशि, प्रशस्ति पत्र और उत्तर प्रदेश का प्रतीक चिन्ह प्रदान किया गया. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इन हस्तियों को ये सम्मान देकर उनकी उपलब्धियों को सराहा.
मनीष गुप्ता को कृषि और उद्योग में उल्लेखनीय योगदान के लिए मिला सम्मान: पुरस्कार मिलने पर मनीष गुप्ता ने कहा कि ये सम्मान उनके लिए गर्व का क्षण है और इससे आगे आने वाले उद्यमियों को भी प्रेरणा मिलेगी. मनीष ने बताया, उत्तर प्रदेश सरकार ने कृषि और उद्योग में मेरे काम को पहचानते हुए ये सम्मान दिया है. ये मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है और मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता.
छह हस्तियों ने बताई अपनी उपलब्धि (Video Credit; ETV Bharat) जय सिंह को मिला केले की खेती में क्रांति के लिए सम्मान: बहराइच के जय सिंह ने बताया कि वह 1983 से केले की खेती कर रहे हैं. उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में उच्च तापमान के बावजूद मैंने केले की खेती को यहां स्थापित किया है. इस प्रयास से हजारों किसानों की जिंदगी बदली है. 53 वर्षों की कृषि यात्रा में इस सम्मान ने मेरे काम को नई ऊंचाई दी है.
डॉ. कृष्णकांत शुक्ला को शास्त्रीय संगीत में योगदान के लिए मिला सम्मान: बनारस के डॉ. कृष्णकांत शुक्ला को शास्त्रीय संगीत में योगदान के लिए सम्मानित किया गया. उन्होंने कहा, ये सम्मान मेरे माता-पिता और गुरु का है, जिन्होंने मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया. उत्तर प्रदेश सरकार का ये कदम सराहनीय है, जो कलाकारों की कला को पहचान रही है. हालांकि, डिजिटल युग में कलाकारों को काफी संघर्ष करना पड़ता है, लेकिन ये सम्मान नई ऊर्जा देगा.
कृष्णा यादव को अचार उद्योग में सफल होने के लिए मिला सम्मान: बुलंदशहर की कृष्णा यादव ने अपनी संघर्षमय यात्रा को साझा करते हुए कहा, 500 रुपये उधार लेकर मैंने अचार बनाने का काम शुरू किया. आज मेरी कंपनी ‘कृष्णा अचार’ का सालाना टर्नओवर एक करोड़ रुपए है. ये सम्मान मेरे और मेरे गांव के लिए गर्व की बात है. मुझे उम्मीद है कि इससे अन्य महिलाओं को भी प्रेरणा मिलेगी.
हिमांशु गुप्ता को जलवायु परिवर्तन और कृषि में तकनीकी सुधार के लिए मिला सम्मान: वृंदावन के हिमांशु गुप्ता ने जलवायु परिवर्तन पर काम करते हुए किसानों की मदद की. उन्होंने कहा, हमारी तकनीक से दुनिया भर में ढाई करोड़ किसान लाभान्वित हो रहे हैं. ये सम्मान मेरे संघर्ष और प्रयासों की पहचान है. बचपन में यमुना नदी से पानी लाने का संघर्ष मुझे प्रेरणा देता रहा है.
सुभाष देशवाल को ऑर्गेनिक खेती और गाजर उत्पादन में क्रांति लाने के लिए मिला सम्मान: सुभाष देशवाल ने ऑर्गेनिक खेती और गाजर उत्पादन में उल्लेखनीय काम किया है. उन्होंने बताया, फौज से रिटायरमेंट के बाद मैंने लालकृष्ण यादव जी के साथ ढाई एकड़ जमीन पर ऑर्गेनिक खेती शुरू की. आज हमारी विधि से हजारों किसान जुड़े हैं और गाजर उत्पादन ने हमें नई पहचान दिलाई है.
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