लखनऊ: राजधानी में 23वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आगाज रविवार को हो चुका है. महोत्सव 12 जनवरी से लेकर 16 जनवरी तक चलेगा. कार्यक्रम में देश भर से आए लोग सांस्कृतिक, सामाजिक गतिविधियां प्रस्तुत करेंगे और साथ ही कुछ प्रतियोगिताएं भी की जा रही हैं. इसके अलावा यहां पर युवाओं में अच्छा खासा जोश देखने को मिला.
अनेकता में एकता की सीख देता युवा महोत्सव
अगले चार दिन तक चलने वाले इस राष्ट्रीय युवा महोत्सव का शुभारंभ रविवार को हुआ. युवा महोत्सव में तमाम तरीके की गतिविधियां दिखाई देंगी. कल्चरल एक्टिविटी के साथ तमाम प्रतियोगिताएं भी प्रस्तुत की जाएंगी. यहां देश के अलग अलग प्रदेशों से युवा आए हुए हैं, जो अनेकता में एकता का परचम लहराए हुए हैं.
हिमाचल प्रदेश का ग्रुप करेगा 'नाटी' नृत्य का आयोजन
युवा महोत्सव में हिमाचल प्रदेश से आया हुआ एक ग्रुप अपने पारंपरिक नृत्य 'नाटी' की तैयारी कर रहा था. जब हमने उनसे बात की तो हिमाचल प्रदेश के ग्रुप से आशीष ने बताया कि 'नाटी' हमारा पारंपरिक नृत्य है. जो अनेकता में एकता की सीख देता है. हम हिमाचल के अलग-अलग हिस्सों से एक साथ आए हुए हैं. हिमाचल में बर्फबारी होने के चलत हम चंडीगढ़ आए, जहां पर हमने नृत्य की तैयारी की.
आशीष ने बताया कि राष्ट्रीय उत्सव में आकर देश के अलग अलग हिस्सों से आए लोगों की सांस्कृतिक गतिविधियों को देख कर अच्छा लग रहा है और इससे सीखने को भी काफी कुछ मिल रहा है. मेरा मानना है कि किसी प्रतियोगिता में हारने और जीतने से ज्यादा प्रतियोगिता में हिस्सा लेना मायने रखता है.
राष्ट्रपति से सम्मानित हो चुका है छत्तीसगढ़ का ग्रुप
वहीं छत्तीसगढ़ की एक युवा टोली से प्रियंका बस्सी ने बताया कि वह रायपुर से हैं और उनकी टोली राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित हो चुकी हैं. यहां आए हर प्रदेश से युवा एक दूसरे ग्रुप को जानने में लगे हुए हैं. वहीं एक और शख्स ने बताया कि यहां पर उन्होंने कर्नाटक, गुजरात, केरल, उत्तराखंड जैसे कई प्रदेशों से आए युवाओं से मुलाकात की. साथ ही सभी से तमाम अलग गतिविधियां भी सीखीं.
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