लखनऊ: यूपी की योगी सरकार अब प्रदेश के गरीब मजदूरों को तीर्थ यात्रा कराएगी. इसके लिए सरकार ने श्रमिकों को धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के दर्शन के लिए 12 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है. बुधवार को प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया.
पर्यटन विभाग के माध्यम से संचालित होगी योजना
बैठक में मुख्य सचिव ने श्रमिकों को धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों के दर्शन के लिए 'स्वामी विवेकानन्द ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा' योजना के तहत 12 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने इस योजना को आईआरसीटीसी अथवा पर्यटन विभाग की किसी अन्य योजना के माध्यम से संचालित करने के निर्देश भी दिए.
मजदूरों की बेटियों को किताब खरीदने के लिए मिलेंगे 7,500 हजार
साथ ही बैठक में 'महादेवी वर्मा पुस्तक क्रय आर्थिक सहायता योजना' के तहत कारखानों में काम करने वाले श्रमिकों की बेटियों को उच्च शिक्षा की किताबें खरीदने के लिए 7,500 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया गया है.
श्रमिकों के बच्चों का खेलों में चयन पर मिलेगी ये प्रोत्साहन राशि
इसके अलावा श्रमिकों के ऐसे बच्चे जो कि खेल के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, जिला स्तर पर चयन होने पर 10 हजार रुपये. राज्य स्तर पर 25 हजार रुपये. राष्ट्रीय स्तर पर 50 हजार रुपये तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चयन होने पर 1 लाख रुपये की धनराशि प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान की जायेगी.
लाभार्थियों के चयन के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने के निर्देश दिए गए. समिति में क्षेत्रीय उप श्रमायुक्त तथा जिला खेल अधिकारी को सदस्य के रूप में शामिल किया जायेगा. बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रम सुरेश चन्द्रा सहित सम्बन्धित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.