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दिनचर्या सुधारने से नहीं होगी डायबिटीज- डॉ. एस के पोरवाल

हर साल विश्व डायबिटीज दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस दिन डायबिटीज के लक्षणों से संबंधित जानकारियां और जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है.

डॉ. एस के पोरवाल
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Published : Nov 11, 2019, 5:40 PM IST

लखनऊ: विश्व भर में सबसे ज्यादा मरीज डायबिटीज के सामने आ रहे हैं. डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें हर सातवां व्यक्ति इससे पीड़ित दिख रहा है. हर साल विश्व डायबिटीज दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस पर चिंता जताते हुए निर्णय लिया गया कि बीमारी से जुड़ी जानकारियों और लक्षण के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए.

जानकारी देते डॉ. एस के पोरवाल.
14 नवम्बर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है डायबिटीज डे
डायबिटीज के लक्षण और इसकी वजह से होने वाली दिक्कतों के बारे में डायबिटीज डे के दिन जगह-जगह आयोजन कर लोगों को समझाया जाता है. जिससे कि समय रहते लोग डायबिटीज जैसी बीमारी के प्रति जागरूक हो सके और इस खतरनाक और जानलेवा बीमारी से बच सकें. डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो शुरुआत में इतनी घातक नहीं होती, लेकिन शरीर के सभी अंगों पर धीरे-धीरे प्रहार करने लगती है.


दरअसल डायबिटीज शुरुआती दौर में सिर्फ कम या ज्यादा रहने तक सीमित रहती हैं. लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे किडनी, लीवर, हार्ट समेत तमाम अंगों पर अपना प्रहार शुरू कर देती है. इसके बाद मनुष्य का शरीर धीरे-धीरे इस बीमारी के जाल में फंस जाता है और अंत में यह बीमार इतनी अधिक बढ़ जाती है कि जानलेवा तक साबित हो जाती है. विश्व में लगभग हर सातवां व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है. वहीं भारत में भी बीते सालों में इस बीमारी के मरीज सबसे ज्यादा देखने को मिले हैं.

इसे भी पढ़ें-डायबिटीज वाले हो जाएं टेंशन फ्री: अब आप भी खा सकते हैं भात, बिहार में उपज रहा शुगर फ्री राइस

लखनऊ: विश्व भर में सबसे ज्यादा मरीज डायबिटीज के सामने आ रहे हैं. डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें हर सातवां व्यक्ति इससे पीड़ित दिख रहा है. हर साल विश्व डायबिटीज दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस पर चिंता जताते हुए निर्णय लिया गया कि बीमारी से जुड़ी जानकारियों और लक्षण के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए.

जानकारी देते डॉ. एस के पोरवाल.
14 नवम्बर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है डायबिटीज डे
डायबिटीज के लक्षण और इसकी वजह से होने वाली दिक्कतों के बारे में डायबिटीज डे के दिन जगह-जगह आयोजन कर लोगों को समझाया जाता है. जिससे कि समय रहते लोग डायबिटीज जैसी बीमारी के प्रति जागरूक हो सके और इस खतरनाक और जानलेवा बीमारी से बच सकें. डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो शुरुआत में इतनी घातक नहीं होती, लेकिन शरीर के सभी अंगों पर धीरे-धीरे प्रहार करने लगती है.


दरअसल डायबिटीज शुरुआती दौर में सिर्फ कम या ज्यादा रहने तक सीमित रहती हैं. लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे किडनी, लीवर, हार्ट समेत तमाम अंगों पर अपना प्रहार शुरू कर देती है. इसके बाद मनुष्य का शरीर धीरे-धीरे इस बीमारी के जाल में फंस जाता है और अंत में यह बीमार इतनी अधिक बढ़ जाती है कि जानलेवा तक साबित हो जाती है. विश्व में लगभग हर सातवां व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है. वहीं भारत में भी बीते सालों में इस बीमारी के मरीज सबसे ज्यादा देखने को मिले हैं.

इसे भी पढ़ें-डायबिटीज वाले हो जाएं टेंशन फ्री: अब आप भी खा सकते हैं भात, बिहार में उपज रहा शुगर फ्री राइस

Intro:विश्व भर में आंचल के दौर में सबसे ज्यादा मरीज डायबिटीज के सामने आ रहे हैं डायबिटीज एक ऐसी बीमारी हो गई है जिसमें हर सातवां व्यक्ति डायबिटीज से पीड़ित दिख रहा है। इसी को हर साल विश्व स्वास्थ संगठन 14 नवंबर को मनाया जाता है। डायबिटीज होने के कारण लक्षण से संबंधित जानकारियां जागरूकता फैलाने के लिए 14 नवंबर को मनाने का निर्णय लिया गया ।




Body:दरअसल 14 नवम्बर को अंतरास्ट्रीय स्तर पर डॉयबिटीज डे मनाया जाता है।जिससे कि लोगों को डायबिटीज से लोगों को बचाया जा सके। डायबिटीज के लक्षण क्या है?व इसकी वजह से होने वाली दिक्कतों के बारे में डायबिटीज डे के दिन जगह-जगह आयोजन करके लोगों को समझाया जाता है।जिससे कि समय रहते लोग डायबिटीज जैसी बीमारी के प्रति जागरूक हो सके और इस खतरनाक और जानलेवा बीमारी से बच सकें। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो शुरुआत मे इतनी घातक नहीं होती लेकिन शरीर के सभी अंगों पर धीरे-धीरे प्रहार करने लगती है। डायबिटीज शुरुआती दौर में सिर्फ लो हाई रहने तक सीमित रहते हैं। लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे किडनी, लीवर,हार्ट समेत तमाम अंगों पर अपना प्रहार शुरू करती है। इसके बाद मनुष्य का शरीर धीरे-धीरे इस बीमारी के जाल में फंस जाता है और अंत में यह बीमार इतनी अधिक बढ़ जाती है कि जानलेवा तक साबित होती है। इस बीमारी की वजह से विश्व के लगभग हर सातवां आदमी से पीड़ित हैतो वहीं भारत में भी बीते सालों में इस बीमारी के मरीज सबसे ज्यादा देखने को मिले हैं।तो वही हमने डायबिटीज डे पर मधुमेह विशेषज्ञ डॉक्टर एस के पोरवाल से बातचीत करी इससे संबंधित तमाम जानकारियां जुटाई जिससे कि लोगों को डायबिटीज के प्रति जागरूक किया जा सके और समय रहते इस खतरनाक जानलेवा बीमारी से बचा जा सके।

बाइट- डॉ एस के पोरवाल, मधुमेह विशेषज्ञ, सिविल अस्पताल




Conclusion:एन्ड
शुभम पाण्डेय
7054605976
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