प्रयागराज : घर की चारदिवारी के अंदर चूल्हा चौका कर रही नारी शक्ति अब जिंदगी से ऊब चुके लोगों को प्रयागराज कुंभ मेले में जीवन जीने की कला सिखा रही है. एक महीने तक संगम की रेती पर कल्पवास कर रहे कल्पवासी अध्यात्म के जरिये दिव्य अलौकिक शक्ति के रहस्यों को ढूढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सहज योग के जरिये महिलाएं उन्हें तनाव मुक्त जीवन जीने की कला सिखा रही हैं.
दरअसल, प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले के सेक्टर छह में चल रहे सहज योग शिविर में दर्जन भर से अधिक महिलाओं की टीम है, जो कुंभ मेला क्षेत्र में आने वाले तीर्थ यात्रियों को जीवन जीने की कला सिखा रही हैं. सहज योग का प्रचार और उसके जरिये लोगो को तनावपूर्ण जीवन से मुक्ति दिलाने के वह हर श्रद्धालुओं से 15 मिनट का समय लेते हैं. ये सभी श्रद्धालुओं को इस कीमती समय में उन्हें योग चक्र, नाड़ी और आत्मा की शुद्धि के जरिये उन्हें सुकून भरी जिंदगी जीने के गुण बता रही हैं.
सहज योग शिविर में नारी शक्ति द्वारा किए जा रहे इस तरह के प्रयास को यहां पर आने वाला हर श्रद्धालु अपने को तनाव मुक्त तो महसूस करता है. साथ ही अदृश्य लौकिक शक्ति के बारे में जान पाता है. कम समय में इस तरह दी जा रही जीवन जीने की कला को जानने के लिए यहां पर हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
मिलती है सुखद अनुभूति
सहज योग का प्रसार कर रही इन महिलाओं को इस तरह के कार्य करने से उन्हें बहुत ही सुखद अनुभूति होती है. इनका मानना है कि व्यक्ति तनाव भरी जिंदगी के चलते अपने मूल पथ से भटक रहा है, जिसके चलते समाज में अपराध और भ्रष्टाचार जैसी चीजें पनप रही हैं. सहज योग ही ऐसा माध्यम है, जो इस तरह की मानसिक प्रदूषण को कर सकता है.