लखनऊ : उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा चुनाव प्रभारी को लेकर बड़ा नाम सामने आ रहा है. गुजरात में भाजपा के वरिष्ठ नेता सीआर पाटिल को उत्तर प्रदेश में भाजपा का चुनाव प्रभारी बनाया जा सकता है. उनके साथ में पांच अन्य सह चुनाव प्रभारी भी हो सकते हैं. निकट भविष्य में चुनाव प्रभारी की घोषणा हो सकती है. इसमें कुछ अन्य बड़े नाम भी शामिल हैं.
1955 में महाराष्ट्र के जलगांव में जन्मे चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल (सीआर पाटिल) 1989 में भाजपा के साथ आ गए थे. कभी वे गुजरात पुलिस में कांस्टेबल थे. लेकिन, बाद में नौकरी छोड़कर को-ऑपरेटिव बैंक का संचालन कर रहे थे. पाटिल सूरत में सक्रिय बने रहे और काम करते रहे. इस दौरान पाटिल ने अपनी एक टीम बनाई जो कि उस वक्त के स्थापित नेताओं प्रवीण नाइक और अजय चौकसी से अलग थी.
सीआर पाटिल को पहली बार अवसर नरेंद्र मोदी ने दिया. तब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे. सीआर पाटिल नवसारी से लड़कर पहली बार संसद में पहुंचे थे. इस चुनाव में पाटिल को सवा चार लाख से अधिक वोट मिले और उन्होंने 1.32 मतों के अंतर से कांग्रेस के उम्मीदवार को धनसुख राजपूत को हराया था. 2014 के चुनाव में पाटिल ने नवसारी के चुनाव में 70.72 फीसदी वोटों पर कब्जा जमाया और इस चुनाव में 8.20 लाख से अधिक मत हासिल किए और 5,58,116 मतों से जीत हासिल की.
2019 के लोकसभा चुनाव में पाटिल ने फिर अपने करिश्मे को बरकरार रखा और 9,72,739 (74.37%) वोट हासिल किए. पाटिल इस चुनाव देशभर में सर्वाधिक मतों से जीतने वाले सांसद बने. उन्होंने 6,89,688 वोटों से कांग्रेस के उम्मीदवार को हराया. गुजरात चुनाव में पिछली जीत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीआर पाटिल को ही जिम्मेदार बताया था. इसके बाद में अब उत्तर प्रदेश में भी उनको लोकसभा चुनाव के दौरान आजमाया जा सकता है. भारतीय जनता पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पाटिल के अलावा अनुराग ठाकुर को भी यूपी चुनाव की प्रमुख भूमिका में रखा जा सकता है.
भारतीय जनता पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में पिछले दोनों भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश की बहुत ही महत्वपूर्ण बैठक हुई थी. जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव प्रभारी को लेकर बहुत चर्चा की थी और सीआर पाटिल का नाम प्रमुखता से लिया गया था. वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक उमाशंकर दुबे ने बताया कि निश्चित तौर पर पाटील उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव में प्रभारी के लिए बड़ा चेहरा हो सकते हैं और उनके चुनाव प्रबंधन को पार्टी पहले ही परख चुकी है.