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राष्ट्रपति चुनाव 2022: वोटिंग खत्म, 396 विधायकों ने डाला वोट, अब्बास अंसारी और नाहिद हसन नहीं पहुंचे वोट देने

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Published : Jul 18, 2022, 10:31 AM IST

Updated : Jul 18, 2022, 4:34 PM IST

सीएम योगी ने डाला वोट
सीएम योगी ने डाला वोट

14:16 July 18

जनसत्ता दल अध्यक्ष राजा भैया ने राष्ट्रपति चुनाव में वोट डाला. उन्होंने कहा कि हमारी विचारधारा यशवंत सिन्हा से नहीं मिलती, इसलिए हमारे दल का समर्थन द्रौपदी मुर्मू के लिए है. कहा कि देश को बचाने के लिए द्रोपदी मुर्मू का समर्थन कर रहे हैं. राजा भैया ने कहा कि बहुत सारे लोगों ने अंतरात्मा की आवाज पर वोट किया है. सपा विधायक शिवपाल यादव ने सपा विधायक को तोड़ लिया. बरेली भोजीपुरा विधायक शहजील इस्लाम ने शिवपाल यादव से मुलाकात की. इसके बाद सपा खेमे में क्रॉस वोटिंग हुई. विधायक शाहजील इस्लाम ने क्रॉस वोटिंग की.

13:49 July 18

राष्ट्रपति चुनाव ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में लोकसभा चुनाव की पटकथा लिख दी है. राष्ट्रपति चुनाव में सपा मुखिया की अपरिपक्वता के कारण गठबंधन की सहयोगी दल सुभासपा उससे अलग हो गई और विधायक शिवपाल सिंह यादव ने भी सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के खिलाफ विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के बयान का मुद्दा उठाकर पार्टी को बैकफुट पर ला दिया.
राष्ट्रपति चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रणनीति ने विपक्ष को पटखनी दे दी है. सीएम योगी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के आगमन पर विपक्षी नेताओं को डिनर पर आमंत्रित कर बड़ी पहल कर दी थी. जबकि, इससे पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की हुई प्रेस वार्ता में अपने ही गठबंधन के साथी सुभासपा को नहीं बुलाया था. राष्ट्रपति चुनाव में सपा अपने गठबंधन के साथी को एकजुट करने में भी नाकाम साबित हुई. इसके लिए सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर ने सपा को ही जिम्मेदार ठहराया है. इसी तरह बैठक में नहीं बुलाने के कारण विधायक शिवपाल सिंह यादव ने भी सपा मुखिया को ही जिम्मेदार ठहराया. इतना ही नहीं, उन्होंने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को आईएसआई एजेंट बताने वाले विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के समर्थन पर भी पुनर्विचार की मांग की और इसी आधार पर एनडीए प्रत्याशी को वोट दिया. वहीं, समाजवादी पार्टी के कई विधायकों द्वारा एनडीए उम्मीदवार को वोट देने की बात सूत्रों की तरफ से कही जा रही है.

सुभासपा कभी भी तोड़ सकती है गठबंधन
सपा मुखिया ने जबसे पार्टी की बागडोर संभाली है. उन्होंने एक-एक कर लगभग सभी दलों से गठबंधन कर लिया है. सबसे पहले उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन किया. इसके बाद उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा से गठबंधन किया. इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने महान दल, सुभासपा और रालोद के साथ चुनाव लड़े. लेकिन, चुनाव बाद ही सबसे पहले महान दल ने नाता तोड़ा और अब इसके बाद सुभासपा भी गठबंधन से बाहर जाने का संकेत दे रही है.

2017 से हर चुनाव हार रही सपा
समाजवादी पार्टी की कमान अखिलेश यादव ने अपनी सरकार के आखिरी दौर में पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा शिवपाल सिंह यादव को हटाकर ली थी. इसके बाद से ही वह हर चुनाव में नए-नए प्रयोग कर रहे हैं. लेकिन, सफल नहीं हो पा रहे हैं. अपनी हार के लिए भी वह जिम्मेदार सत्ता पक्ष को बताते हैं.

13:38 July 18

यूपी विधानसभा के पांच सदस्य ऐसे हैं, जो राष्ट्रपति पद के चुनाव में लखनऊ से बाहर मतदान करेंगे. निर्वाचन आयोग ने इन विधायकों के बारे में विधानसभा सचिवालय को सूचना भेज दी है. सहारनपुर की नकुड़ सीट से भाजपा विधायक मुकेश चौधरी, हाथरस के सादाबाद सीट से रालोद विधायक प्रदीप कुमार सिंह, मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से सपा विधायक जियाउर्रहमान, महोबा की चरखारी सीट के भाजपा विधायक ब्रजभूषण राजपूत व वाराणसी की सेवापुरी सीट से भाजपा विधायक नील रतन सिंह शामिल हैं. ये सभी विधानभवन के बजाय अन्य जगहों पर मतदान करेंगे. इनमें से मुकेश चौधरी, प्रदीप कुमार सिंह, ब्रजभूषण राजपूत, जियाउर्रहमान ने निर्वाचन आयोग को संसद भवन दिल्ली में मतदान करने का विकल्प दिया था. जबकि, नील रतन सिंह ने तिरुवनंतपुरम में वोट डालने का विकल्प दिया था, जिसे अनुमति देते हुए व्यवस्था कराई गई है. विधान भवन में 398 विधायक वोट डालेंगे, जिनमें से अब तक 383 विधायक वोट डाल चुके हैं.

10:49 July 18

  • बीएसपी ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर तथा पार्टी व मूवमेन्ट की सोच के मुताबिक ही आदिवासी समाज की महिला द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए सबसे पहले अपना समर्थन देने की घोषणा की। कमजोर वर्गों के अन्य लोगों से भी उन्हें आज अपनी अन्तरात्मा के आधार पर वोट देने की अपील।

    — Mayawati (@Mayawati) July 18, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए वोट डाला.

09:52 July 18

राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग खत्म हो गई है, हालांकि मतदान का समय शाम 5:00 बजे तक का है. अभी तक 396 विधायकों ने वोट डाला है. 398 वोट पोल होना था, लेकिन 2 वोट अभी नहीं डाले गए. अब्बास अंसारी और नाहिद हसन वोट देने नहीं पहुंचे हैं.

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपना वोट डाला. राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहला वोट और दूसरा वोट संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने डाला. इसके बाद अन्य मंत्रियों व विधायकों ने अपने-अपने वोट डाले.

विधान भवन में राष्ट्रपति के चुनाव के लिए पड़ने वाले वोट को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. मतदान से पहले एक दिन पहले निर्वाचन आयोग की तरफ से भेजे गए ऑब्जर्वर राजीव सिंह ठाकुर विधान भवन पहुंचकर सभी तैयारियों का निरीक्षण किया और आयोग व विधानसभा के अफसरों, पुलिस अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए. राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश विधान भवन के तिलक हाल में मतदान होगा.

14:16 July 18

जनसत्ता दल अध्यक्ष राजा भैया ने राष्ट्रपति चुनाव में वोट डाला. उन्होंने कहा कि हमारी विचारधारा यशवंत सिन्हा से नहीं मिलती, इसलिए हमारे दल का समर्थन द्रौपदी मुर्मू के लिए है. कहा कि देश को बचाने के लिए द्रोपदी मुर्मू का समर्थन कर रहे हैं. राजा भैया ने कहा कि बहुत सारे लोगों ने अंतरात्मा की आवाज पर वोट किया है. सपा विधायक शिवपाल यादव ने सपा विधायक को तोड़ लिया. बरेली भोजीपुरा विधायक शहजील इस्लाम ने शिवपाल यादव से मुलाकात की. इसके बाद सपा खेमे में क्रॉस वोटिंग हुई. विधायक शाहजील इस्लाम ने क्रॉस वोटिंग की.

13:49 July 18

राष्ट्रपति चुनाव ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में लोकसभा चुनाव की पटकथा लिख दी है. राष्ट्रपति चुनाव में सपा मुखिया की अपरिपक्वता के कारण गठबंधन की सहयोगी दल सुभासपा उससे अलग हो गई और विधायक शिवपाल सिंह यादव ने भी सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के खिलाफ विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के बयान का मुद्दा उठाकर पार्टी को बैकफुट पर ला दिया.
राष्ट्रपति चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रणनीति ने विपक्ष को पटखनी दे दी है. सीएम योगी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के आगमन पर विपक्षी नेताओं को डिनर पर आमंत्रित कर बड़ी पहल कर दी थी. जबकि, इससे पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की हुई प्रेस वार्ता में अपने ही गठबंधन के साथी सुभासपा को नहीं बुलाया था. राष्ट्रपति चुनाव में सपा अपने गठबंधन के साथी को एकजुट करने में भी नाकाम साबित हुई. इसके लिए सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर ने सपा को ही जिम्मेदार ठहराया है. इसी तरह बैठक में नहीं बुलाने के कारण विधायक शिवपाल सिंह यादव ने भी सपा मुखिया को ही जिम्मेदार ठहराया. इतना ही नहीं, उन्होंने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को आईएसआई एजेंट बताने वाले विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के समर्थन पर भी पुनर्विचार की मांग की और इसी आधार पर एनडीए प्रत्याशी को वोट दिया. वहीं, समाजवादी पार्टी के कई विधायकों द्वारा एनडीए उम्मीदवार को वोट देने की बात सूत्रों की तरफ से कही जा रही है.

सुभासपा कभी भी तोड़ सकती है गठबंधन
सपा मुखिया ने जबसे पार्टी की बागडोर संभाली है. उन्होंने एक-एक कर लगभग सभी दलों से गठबंधन कर लिया है. सबसे पहले उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन किया. इसके बाद उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा से गठबंधन किया. इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने महान दल, सुभासपा और रालोद के साथ चुनाव लड़े. लेकिन, चुनाव बाद ही सबसे पहले महान दल ने नाता तोड़ा और अब इसके बाद सुभासपा भी गठबंधन से बाहर जाने का संकेत दे रही है.

2017 से हर चुनाव हार रही सपा
समाजवादी पार्टी की कमान अखिलेश यादव ने अपनी सरकार के आखिरी दौर में पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा शिवपाल सिंह यादव को हटाकर ली थी. इसके बाद से ही वह हर चुनाव में नए-नए प्रयोग कर रहे हैं. लेकिन, सफल नहीं हो पा रहे हैं. अपनी हार के लिए भी वह जिम्मेदार सत्ता पक्ष को बताते हैं.

13:38 July 18

यूपी विधानसभा के पांच सदस्य ऐसे हैं, जो राष्ट्रपति पद के चुनाव में लखनऊ से बाहर मतदान करेंगे. निर्वाचन आयोग ने इन विधायकों के बारे में विधानसभा सचिवालय को सूचना भेज दी है. सहारनपुर की नकुड़ सीट से भाजपा विधायक मुकेश चौधरी, हाथरस के सादाबाद सीट से रालोद विधायक प्रदीप कुमार सिंह, मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से सपा विधायक जियाउर्रहमान, महोबा की चरखारी सीट के भाजपा विधायक ब्रजभूषण राजपूत व वाराणसी की सेवापुरी सीट से भाजपा विधायक नील रतन सिंह शामिल हैं. ये सभी विधानभवन के बजाय अन्य जगहों पर मतदान करेंगे. इनमें से मुकेश चौधरी, प्रदीप कुमार सिंह, ब्रजभूषण राजपूत, जियाउर्रहमान ने निर्वाचन आयोग को संसद भवन दिल्ली में मतदान करने का विकल्प दिया था. जबकि, नील रतन सिंह ने तिरुवनंतपुरम में वोट डालने का विकल्प दिया था, जिसे अनुमति देते हुए व्यवस्था कराई गई है. विधान भवन में 398 विधायक वोट डालेंगे, जिनमें से अब तक 383 विधायक वोट डाल चुके हैं.

10:49 July 18

  • बीएसपी ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर तथा पार्टी व मूवमेन्ट की सोच के मुताबिक ही आदिवासी समाज की महिला द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए सबसे पहले अपना समर्थन देने की घोषणा की। कमजोर वर्गों के अन्य लोगों से भी उन्हें आज अपनी अन्तरात्मा के आधार पर वोट देने की अपील।

    — Mayawati (@Mayawati) July 18, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए वोट डाला.

09:52 July 18

राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग खत्म हो गई है, हालांकि मतदान का समय शाम 5:00 बजे तक का है. अभी तक 396 विधायकों ने वोट डाला है. 398 वोट पोल होना था, लेकिन 2 वोट अभी नहीं डाले गए. अब्बास अंसारी और नाहिद हसन वोट देने नहीं पहुंचे हैं.

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपना वोट डाला. राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहला वोट और दूसरा वोट संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने डाला. इसके बाद अन्य मंत्रियों व विधायकों ने अपने-अपने वोट डाले.

विधान भवन में राष्ट्रपति के चुनाव के लिए पड़ने वाले वोट को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. मतदान से पहले एक दिन पहले निर्वाचन आयोग की तरफ से भेजे गए ऑब्जर्वर राजीव सिंह ठाकुर विधान भवन पहुंचकर सभी तैयारियों का निरीक्षण किया और आयोग व विधानसभा के अफसरों, पुलिस अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए. राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश विधान भवन के तिलक हाल में मतदान होगा.

Last Updated : Jul 18, 2022, 4:34 PM IST
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