लखनऊ: सीबीआई के विशेष जज एमपी चौधरी ने सात बैंकों में करीब तीन हजार 376 करोड़ का चूना लगाने के मामले में निरुद्ध रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन विक्रम कोठारी को लम्बे समय से अदालत में हाजिर नहीं कराने पर जेल अधीक्षक से सवाल किया है. जज ने पूछा है कि एक तरफ केजीएमयू का कोई डॉक्टर उसे भर्ती करने की बात नहीं कह रहा है, लेकिन वो वहां भर्ती है. ऐसे में इस सवाल का कोई स्पष्ट जवाब सामने नहीं आ रहा है कि अभियुक्त को वहां कैसे और क्यों भर्ती रखा गया है.
सीबीआई ने जेल अधीक्षक को कार्रवाई करने के दिए निर्देश
- सीबीआई के विशेष जज ने जेल अधीक्षक से कहा कि आप जेल के डॉक्टर से आवश्यक विचार विमर्श कर अग्रिम कार्रवाई सुनिश्चित करें.
- जज ने अभियुक्त को मामले की सुनवाई तक रोज अदालत में उपस्थित कराने का निर्देश भी जेल अधीक्षक को दिया.
- मामले की अगली सुनवाई छः जुलाई को होगी.
- विशेष जज ने इससे पहले केजीएमयू के अधीक्षक से पूछा था कि किस डॉक्टर की संस्तुति पर अभियुक्त को भर्ती किया गया है.
- केजीएमयू के अधीक्षक ने सिर्फ अभियुक्त के भर्ती होने की बात बताई थी लेकिन किसी डॉक्टर का नाम नहीं बताया था.
- डीपीएमआर विभाग के विभागाध्यक्ष एवं प्रोफेसर डॉ. एके गुप्ता का नाम बताया गया.
- मरीज को अस्थि शल्य विभाग के किसी डॉक्टर ने न तो भर्ती किया है और न ही उसका इलाज किया है
क्या है पूरा मामला
- सीबीआई ने बीते 24 फरवरी को बैंकों से धोखाधड़ी के मामले में विक्रम कोठारी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था.
- अदालत ने कोठारी को न्यायिक हिरासत में लेते हुए उसे 11 दिन के लिए सीबीआई की कस्टडी रिमांड में भेज दिया था.
- सीबीआई इस मामले में विक्रम कोठारी और उसके बेटे राहुल कोठारी समेत अन्य अभियुक्तों के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है.
- राहुल कोठारी रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड का मैनेजिंग डायरेक्टर है.
- आरोपियों पर कई बैंकों के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ व्यापक पैमाने पर धोखाधड़ी करने का आरोप है.
- सोमवार को सीबीआई के विवेचक जीएम राठी ने अदालत में एक अर्जी दाखिल की.
- इस अर्जी में दो जुलाई को अभियुक्त विक्रम कोठारी का मेडिकल जांच कराने के लिए उसे केजीएमयू से एसजीपीजीआई में स्थानांतरित करने की इजाजत मांगी गई.
- इसके पीछे का मकसद उसकी एसजीपीजीआई के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम से मेडिकल जांच कराने का था.
- अदालत ने सीबीआई के विवेचक की अर्जी को मंजूर कर ली.
- अदालत ने जेल अधीक्षक को निर्देश दिया कि वो अभियुक्त को केजीएमयू से एसजीपीजीआई में स्थानांतरित करने की समुचित व्यवस्था करें.
इससे पहले अदालत के निर्देश पर सीबीआई के विवेचक जीएम राठी ने केजीएमयू में अभियुक्त विक्रम कोठारी की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया था. साथ ही इस संदर्भ में अदालत को अपनी आख्या भी दी थी. उनका कहना था कि केजीएमयू के आर्थोपेडिक विंग की थर्ड फ्लोर पर कमरा नंबर 19 में भर्ती अभियुक्त विक्रम कोठारी की शारीरिक दशा ठीक लग रही थी.