लखनऊ: राजधानी की कमिश्नरेट पुलिस अपने कारनामों को लेकर हमेशा चर्चा में रहती है. कभी-कभार देखने में ऐसा आता है कि दबंगों और अपराधियों में पुलिस का भय खत्म सा हो गया है. ताजा मामला चिनहट थाना के कमता पुलिस चौकी क्षेत्र स्थित सामुदायिक केंद्र के पास का है, जहां शनिवार रात 9 बजे पुलिसकर्मियों ने सब्जी का ठेला लगाने वाले दुकानदार रामेश्वर को हेकड़ी दिखाते हुए उससे अभद्रता की. पुलिसकर्मियों के गलत रवैये से दुकानदार और उसका बेटा मुखर हो गए और पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी. इस प्रकरण से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
सब्जी विक्रेता के घर जाकर सिपाहियों ने की अभद्रता
एसीपी प्रवीण कुमार विभूति खंड के मुताबिक कमता पुलिस चौकी स्थित सामुदायिक केंद्र के पास दुकानदार रामेश्वर सब्जी का ठेला लगाता है. कोरोना काल में सरकारी गाइड लाइन के अनुसार पॉलीगन में तैनात सिपाहियों ने दुकानदार को सब्जी का ठेला लगाने से मना किया. इस पर कहासुनी हो गई. पुलिस के अभद्रता करने पर रामेश्वर अपने घर आ गया, जिसके बाद पुलिसकर्मी भी पीछे-पीछे उसके घर आ धकमे. इसके बाद जैसे ही पुलिसकर्मी रामेश्वर के घर पहुंचे और दरवाजा खटखटाया तो अंदर से आए उसके बेटों ने सिपाहियों पर हमला कर दिया. आरोप है कि किसी भारी वस्तु से सिपाही मुकेश चौरसिया और शैलेन्द्र सिंह के सिर पर वारकर चोट पहुंचाई. चोटिल सिपाहियों को डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एसीपी के अमुसार आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
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सुधर नहीं रही लखनऊ पुलिस
लखनऊ को कमिश्नरेट का दर्जा तो प्राप्त हो गया, लेकिन पुलिसकर्मी कमिश्नरेट पुलिस जैसा व्यवहार नहीं कर रहे. हालात ये हैं कि कई मामलों में मुख्यमंत्री तक को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है. बता दें, हजरतगंज के डालीबाग से एक सब्जी के ठेले से कांटा-बांट उठाकर ले जाने का वीडियो वायरल हुआ था, जिस पर मुख्यमंत्री को संज्ञान लेना पड़ा था.