लखनऊ: यूपी में सब्जियों के दाम (Vegetable price in UP) थोक मंडी में तेजी से गिर रहे हैं. इसके बाद भी फुटकर में सब्जियों की कीमतों में राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. आम आदमी का रसोई का बजट डांवाडोल हो रहा है. खेत से लेकर थोक मंडी पहुंचने पर सब्जी के दाम कम होते हैं, लेकिन इसके बाद मुनाफाखोर इनके दाम बढ़ा देते हैं. इसकी वजह से लोग सब्जियां महंगे दाम पर खरीदने को मजबूर हैं. भले ही थोक मंडी में सब्जियों के दाम (Vegetable price in Lucknow ) तेजी से घट रहे हैं, लेकिन आम आदमी को अभी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही है.
लखनऊ में सब्जियों के दाम (फुटकर)
टमाटर- 150 रुपये किलो
घुइयां- 60 रुपये किलो
नींब- 80 रुपये किलो
बैंगन- 50 रुपये किलो
गाजर- 10 रुपये किलो
सेम- 50 रुपये किलो
शिमला मिर्च- 60 रुपये किलो
धनिया- 150 रुपये किलो
बंद गोभी- 20 रुपये किलो
भिंडी- 25 रुपये किलो
अदरक- 220 रुपये किलो
लौकी- 15 रुपये किलो
प्याज- 18 रुपये किलो
खीरा- 40 रुपये किलो
कद्दू- 18 रुपये किलो
फूल गोभी- 20 रुपये किलो
आलू- 20 रुपये किलो
कटहल- 10 रुपये किलो
पालक- 40 रुपये किलो
करेला- 50 रुपये किलो
तरोई- 15 रुपये किलो
लहसुन- 200 रुपये किलो
परवल- 60 रुपये किलो
आढ़ती एसपी यादव ने बताया कि किसान जब अपनी सब्जियां लेकर मंडी पहुंचता है, तो वह उसमें लागत, लेबर का पैसा और मंडी तक लाने का शुल्क सभी जोड़ता है. यहां पर किसानों से आढ़ती ढाई प्रतिशत और मंडी समिति डेढ़ प्रतिशत कमीशन लेती है. इस कारण सब्जियां महंगी हो जाती हैं. (UP Vegetable Price Update 2 August 2023)
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