लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोक निर्माण विभाग करीब 400 पुलों का निर्माण करेगा. अधिकांश पुलों का निर्माण रेलवे क्रॉसिंग के ऊपर किया जाएगा. प्रत्येक जिले के करीब तीन पुल कम से कम बनाए जाएंगे, जिनसे जाम कम होगा और आवागमन आसान हो जाएगा. इस संबंध में प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद की ओर से आला अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है. वहीं, पीडब्ल्यूडी ने जिलेवार सर्वे भी शुरू करवा दिया है. इन पुलों में वे रेलवे क्रॉसिंग भी शामिल होंगी, जहां रोजाना करीब एक लाख वाहनों का आवागमन होता है, जिससे शहरों में लोगों को बहुत अधिक राहत मिलेगी.
लखनऊ में विक्रमादित्य मार्ग पर दिलकुशा रेलवे क्रॉसिंग, सीतापुर रोड पर भिठौली रेलवे क्रॉसिंग, सफेदाबाद के पास रेलवे क्रासिंग समेत प्रदेश के सभी 75 जिलों में क्रॉसिंग पर पुलों का निर्माण किया जाएगा. जहां भी रेलवे क्रॉसिंग पर पुल बनेंगे, वहां रेलवे से भी सहयोग लिया जाएगा. रेलवे की एनओसी के बाद पटरी के ठीक ऊपर के हिस्से का निर्माण रेलवे का अभियंत्रण विभाग ही करेगा. ताकि तकनीकी तौर पर रेलों के आवागमन में किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े.
हाल ही में लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद ने सभी अधिकारियों की एक समीक्षा बैठक की थी, जिसमें जिलों से भी अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे. उन सभी को यह निर्देश दिया गया है कि उनके जिले में जिन-जिन क्रॉसिंग और स्थानों पर बहुत अधिक जाम लगता है, वे उसकी सूची मुख्यालय को उपलब्ध कराएं. ताकि स्कूलों का निर्माण शुरू किया जा सके.
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इस बारे में लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता ने ईटीवी भारत को बताया कि सेतु निर्माण निगम से हमारा अच्छा सामंजस्य है और निश्चित तौर पर सभी जिलों में जहां भी भीड़ होती है, वहां रेलवे ओवरब्रिज और सामान्य पुलों का निर्माण किया जाएगा. ताकि लोगों को जाम से राहत मिल सके. शासन से संबंध में बजट पास करवाया जाएगा और फिर रेलवे से संयोजन करके पुलों का निर्माण किया जाएगा. आने वाले ढाई से तीन साल में अधिकांश रेलवे क्रॉसिंग जहां में पुल नहीं है और भीड़ अधिक है, सभी पर ओवरब्रिज बन जाएंगे.
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