लखनऊ : मानसून पश्चिम उत्तर प्रदेश में सक्रिय और पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य रहा. राज्य के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के साथ मेघगर्जन एवं अकाशीय चमक हुई. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक या दो स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश हुई. वहीं मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद, कन्नौज, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर एवं आसपास के इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, गुरुवार को आगरा मंडल में दिन के तापमान में वृद्धि दर्ज की गई और राज्य के शेष मंडलों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, मुरादाबाद और मेरठ मंडलों में तापमान सामान्य से काफी नीचे यानी कि तीन डिग्री सेल्सियस से पांच डिग्री सेल्सियस तक कम दर्ज किया गया. आगरा मंडल में सामान्य से कम शेष राज्यों में सामान्य दर्ज किया गया. राज्य में सबसे अधिकतम तापमान वाराणसी में 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं रात के तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है. सबसे कम तापमान बिजनौर में 23 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
भारी बारिश की चेतावनी : मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, इसके अलावा देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, कासगंज, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर एवं आसपास के इलाकों में भारी वर्षा होने की संभावना है तथा लगभग 50 से ज्यादा जिलों में मेघ गर्जन एवं वज्रपात होने की संभावना है. वहीं पिछले 24 घंटों में प्रदेश में 13.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई तथा 1 जून से अब तक अनुमान बारिश 199.7 के साथ 226.9 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई.
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अब तक उत्तर प्रदेश में हुई बारिश में 18 जिलों में अत्यधिक बारिश (60%) अधिक, 15 जिलों में अधिक बारिश 20 से लेकर 59% तक अधिक, 19 जिलों में सामान्य बारिश 19% अधिक या 19% कम, 18 जिलों में कम बारिश 20 से लेकर 59% तक, वहीं 5 जिलों में बहुत कम बारिश 60 से लेकर 99% तक रिकॉर्ड की गई.
बाढ़ का पूर्वानुमान : धर्म नगरी, गढ़मुक्तेश्वर, कछला ब्रिज, फतेहगढ़, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, मावी, बाराबंकी मे गंगा, राम गंगा, यमुना, घाघरा, नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
बाढ़ ग्रस्त जिले : मिली जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में 104 गांव व 13 मोहल्ले बाढ़ ग्रस्त हैं. बाढ़ ग्रस्त इलाकों में 8 राहत कैंप बनाए गए हैं, जिसमें 863 लोग रह रहे हैं. एनडीआरएफ/एसडीआरएफ की 1-1 टीम के अलावा पीएसी के जवानों की एक टीम लगाई गई है, वहीं मुजफ्फरनगर में 12 गांव बाढ़ की चपेट में हैं, जिससे 130 लोग प्रभावित हैं, जिनके लिए दो राहत कैंप बनाए गए हैं. यहां पर भी एक-एक एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम तैनात की गई है. गौतम बुद्ध नगर गांव में बाढ़ से 27 लोग प्रभावित हैं, जिनकी राहत के लिए 4 कैंप बनाए गए हैं, जिसमें 27 लोग रह रहे हैं. यहां पर भी एनडीआरएफ व एसडीआरएफ व पीएसी की एक-एक टीम को लगाया गया है. शामली में 25 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. बाढ़ का पानी गांव तक नहीं पहुंचा है, केवल खेतों में ही जलभराव है. बागपत में लगभग दो हजार की जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित है. वहीं उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 7 व्यक्तियों की आकाशीय बिजली गिरने, 4 व्यक्तियों की डूबने और भारी बारिश होने से तीन लोगों की कुल 14 लोगों की दुखद मृत्यु की सूचना है.
प्रमुख शहरों के तापमान : राजधानी लखनऊ में गुरुवार को सुबह से ही बादल छाए रहे. उसके बाद आसमान साफ हो गया. हल्की धूप निकली. दोपहर के समय अचानक बादलों की आवाजाही शुरू हुई और लखनऊ के विभिन्न इलाकों में हल्की बारिश शाम तक रुक-रुक कर होती रही. शाम के समय कुछ स्थानों पर जोरदार हवाएं भी चलीं, जिससे मौसम सुहावना बन गया. राजधानी में अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, वहीं न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में सामान्यतया आसमान में बादल छाए रहेंगे. कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ हल्की और मध्यम बारिश हो सकती है. कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 33 व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
प्रयागराज : जिले में न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, वहीं अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
मेरठ : जिले में न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, वहीं अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
आगरा : जिले में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, वहीं अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
मौसम वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि 'दक्षिणी पश्चिमी मानसून सक्रिय होने की वजह से शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भारी व कुछ जगहों पर बहुत भारी बारिश होने के साथ ही 50 से ज्यादा जिलों में बिजली चमकने तथा वज्रपात होने की चेतावनी जारी की गई है. उत्तर प्रदेश में 19 जुलाई तक कहीं हल्की व कहीं भारी बारिश जारी रहेगी. बिजली कड़कने के साथ वज्रपात होने की संभावना है. अगले 4 से 5 दिनों में तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है.'