लखनऊ: साइबर हैकरों के कारण उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation) का डेटा हैक होने के तीन दिन गुजरने के बाद अब इसका खामियाजा अब यात्रियों को इसका भुगतना पड़ रहा है. इसके कारण बस अड्डे पर खुले टिकट बुकिंग काउंटर पर तत्काल के टिकट बनने बंद होने के साथ एमएसटी धारक भी एमएसटी नवीनीकरण करवाने के लिए बस अड्डे पर भटक रहे हैं.
राजधानी के आलमबाग, कैसरबाग और अवध बस अड्डे पर तत्काल टिकट बुकिंग काउंटर बंद हैं. यहां तैनात कर्मचारी काउंटर से गायब हैं. काउंटर पर टिकट लेने के लिए पहुंचने वाले यात्रियों को कोई भी जवाब देने से विभागीय कर्मचारी बच रहे हैं. वहीं सभी बस अड्डे पर इस संबंध में कोई नोटिस भी नहीं लगाया गया है. बस अड्डे के इंचार्ज यात्रियों को यह बता रहे हैं कि अभी एक सप्ताह तक काउंटर बुकिंग बंद रहेगी.
ऑनलाइन सेवाएं ठप, ऑफलाइन चालू: रोडवेज बसों से जुड़ी सभी ऑनलाइन सेवाएं पूरी तरह से ठप हैं. मुख्यालय के कमांड सेंटर से बसों की निगरानी का काम भी पूरी तरह से बंद हो गया है. रोडवेज का डाटा हैक (Cyber attack at UP Roadways) होने के बाद शुक्रवार तक कोई सुधार नहीं हुआ. इस वजह से ऑफलाइन व्यवस्था के तहत यात्री बस अड्डे पर पहुंचकर बसों की सुविधा ले सकते हैं. प्रधान प्रबंधक आईटी यजुवेंद्र सिंह ने बताया कि डाटा अपग्रेडेशन का काम तेजी से चल रहा है. इस दौरान यात्रियों को कोई जानकारी लेनी हो, तो टोल फ्री नंबर 18001802877 पर फोन कर सकते हैं.
राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक 15 मई को परिवहन आयुक्त कार्यालय में सुबह 11 बजे शुरू होगी. यह जानकारी यूपी राज्य परिवहन प्राधिकरण की सचिव ममता शर्मा ने शुक्रवार को दी. उन्होंने बैठक के एजेंडा की जानकारी देते हुए बताया कि इसी वर्ष 30 जनवरी में स्वीकृत परमिट प्राप्त करने के लिए समय बढ़ाये जाने के आवेदन पत्रों, परमिटों के नवीनीकरण एवं हस्तान्तरण के लिए प्रस्तुत आवेदन पत्रों एवं अन्य तात्कालिक प्रकरणों पर विचार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि संबंधित व्यक्ति स्वयं अथवा अपने अधिवक्ता के माध्यम से प्राधिकरण के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष प्रस्तुत कर सकते है.
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