लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष बुधवार को खाद्य एवं रसद विभाग ने राशन की दुकानों के अपग्रेडेशन (अन्नपूर्णा उचित दर की दुकान और जनसुविधा केन्द्र) के सम्बन्ध में प्रजेंटेशन किया. प्रजेंटेशन देखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्नपूर्णा मॉडल दुकानों का निर्माण ग्राम सचिवालय के नजदीक ग्राम सभा की जमीन पर किया जाए, जिससे आमजन को दैनिक आवश्यकता की वस्तुएं और अन्य सेवाएं एकीकृत रूप में सुगमतापूर्वक उपलब्ध हो सकें.
सीएम योगी ने विभाग को निर्देश किया कि अन्नपूर्णा मॉडल की दुकानों में राशनकार्ड धारकों को निर्धारित तिथियों में खाद्यान्न का वितरण किया जाए. उन्होंने कहा कि इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक कांटे और ई-पॉस मशीन का उपयोग किया जाए. गांव का व्यक्ति समय के प्रति अनुशासित होता है. ग्रामीण लोगों की आवश्यकताओं के अनुरूप एक स्थान पर कई सुविधाएं उपलब्ध हो जाने से लोगों के समय की बचत हो सकेगी. अन्नपूर्णा उचित दर की दुकान एवं जनसुविधा केन्द्र में आय, जाति, जन्म, निवास प्रमाण पत्र, आधार, पेंशन और अन्य सेवाओं की सुविधा भी उपलब्ध करायी जाए. इसके साथ ही यहां पर जनरल स्टोर के माध्यम से जनसामान्य को रोजमर्रा की आवश्यकता के सामान उपलब्ध कराए जाएं. अधिकारी नियमित रूप से सप्ताह में एक दिन ग्राम पंचायतों का दौरा कर इन सुविधाओं का जायजा लें.
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि विभाग ने सम्पूर्ण प्रदेश में अन्नपूर्णा उचित दर की दुकानें एवं जनसुविधा केन्द्र एकीकृत व समरूपता से संचालित किए जाएंगे. इनमें जनसुविधा केन्द्र, जनरल स्टोर, विभिन्न प्रकार के बिल जमा किए जाने की व्यवस्था, 5 किलो एलपीजी सिलेण्डर, पीएम वाणी वाईफाई, अग्निशमन यंत्र, ई-स्टॉम्प विक्रय, माइक्रो एटीएम आदि सुविधाओं की भी व्यवस्था की जाएगी.
हालांकि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बरेली मण्डल में 52 अन्नपूर्णा उचित दर की दुकानें निर्माणाधीन हैं. इस अवसर पर बरेली विकास प्राधिकरण ने नाथ कॉरिडोर के सम्बन्ध में भी प्रस्तुतिकरण किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री काशी विश्वनाथ धाम तथा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अयोध्या की तर्ज पर जनपद बरेली में नाथ कॉरिडोर को विकसित किया जाए. इस कॉरिडोर के चारों ओर दिए गए पथ को 6 लेन में विकसित किया जाए. साथ ही, पैदल चलने हेतु फुटपाथ की व्यवस्था हो. सर्किट के चारों ओर आवागमन के लिए इलेक्ट्रिक बसों या ई-रिक्शा की सुविधा दी जाए. इस सर्किट के अन्तर्गत स्थित भगवान शिव के मन्दिरों का पुनरुद्धार किया जाए. श्रद्धालुओं के लिए इस सर्किट में बुनियादी सुविधाओं का प्रबन्ध किया जाए. सर्किट में सम्मिलित चौराहों का सुन्दरीकरण भगवान शिव से सम्बन्धित विषय-वस्तु पर किया जाए.
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