लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा अगले साल फरवरी में आयोजित होनी है. इन बोर्ड परीक्षा को आयोजित करने के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में परीक्षा केंद्रों के निर्धारण करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है. विभाग को नवंबर के पहले सप्ताह में यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्रों की सूची जारी करनी है. इसके लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद में सभी जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों से अपने यहां के मान्यता प्राप्त विद्यालयों की सूचना 20 अक्टूबर तक बोर्ड को भेजने के निर्देश दिए थे. 20 अक्टूबर की निर्धारित तिथि बीतने के बाद भी प्रदेश के करीब एक दर्जन से अधिक जिलों से विद्यालयों की सूचना बोर्ड के पोर्टल पर अपलोड नहीं की गई है.
![यूपी बोर्ड परीक्षा 2024 की तैयारी.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/23-10-2023/19840241_exam2.jpg)
इसको लेकर माध्यमिक शिक्षा सचिव दिव्याकांत शुक्ला ने इन सभी संबंधित जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों को फटकार लगाते हुए सूचना अपलोड करने को कहा है. एक दर्जन जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआईओएस) ने पोर्टल पर भौतिक सत्यापन रिपोर्ट ही अपलोड नहीं की गई है. अब सभी जिलों के डीआईओएस को एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट अपलोड करनी होगी. अधिकारियों के मुताबिक सभी जिलों के परीक्षा केन्द्रों की सूची समय से जारी हो इसको ध्यान में रखते हुए इस बार पूरी प्रक्रिया चल रही है. यूपी बोर्ड 2024 परीक्षा के लिए केन्द्रों की सूची नवंबर के दूसरे सप्ताह में जारी होनी है. प्रस्तावित केन्द्रों की सूची जारी होने बाद एक सप्ताह आपत्तियां दर्ज कराने का भी मौका दिया जायेगा. इसके बाद फाइनल सूची जारी की जाएगी.
![यूपी बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए परीक्षा केंद्रों पर मंथन शुरू.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/23-10-2023/19840241_exam1.jpg)
यूपी के 13 हजार 500 विद्यालयों की रिपोर्ट अपलोड
यूपी बोर्ड प्रयागराज कार्यालय के मुताबिक अभी तक अलग-अलग जनपदों के डीआईओएस की ओर से करीब 13 हजार 500 विद्यालयों की भौतिक सत्यापन रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड हो चुकी है. जबकि 22 हजार के करीब विद्यालयों की सत्यापन रिपोर्ट अपलोड की जानी है. अक्टूबर में एक सप्ताह का समय बचा है. इस बीच मंगलवार तक अवकाश भी है. सचिव ने समय रहते सूचना नहीं अपलोड करने वाले जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों को काम में लापरवाही बढ़ाने का दोषी माना है. अगर लखनऊ की बात करें तो प्रथम चरण में संभावित परीक्षा केदो की जांच पूरी हो गई है ज्यादातर केंद्रों पर सीसीटीवी खराब मिले हैं. जिसके लिए उन्हें ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं. परीक्षा केदो की जांच रिपोर्ट बोर्ड परिषद को भेजी गई है. राजधानी में यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण करने के लिए सभी मान्यता प्राप्त राजकीय अनुदानित एवं मान्यता प्राप्त सहित 753 इंटरमीडिएट विद्यालयों की जांच की गई है. इस बार राजधानी लखनऊ में हाई स्कूल में करीब 57 हजार और इंटरमीडिएट में 46 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने बोर्ड परीक्षा देने के लिए पंजीकरण कराया है.
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