लखनऊ: कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए उत्तर प्रदेश विधानसभा सचिवालय को 31 मार्च तक स्थगित कर बंद कर दिया गया है. विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए सुरक्षात्मक उपायों के दृष्टिगत से पीएम मोदी के दिशा निर्देश और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लिए गए निर्णय के परिप्रेक्ष्य में उत्तर प्रदेश विधान सभा सचिवालय को दिनांक 31 मार्च 2020 तक बंद किए जाने का निर्णय लिया गया है.
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा सचिवालय के सभी अधिकारियों कर्मचारियों से यह अपेक्षा है कि वे भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए उपाय प्रसारित किए जा रहे हैं, उनको अपनाएंगे तथा कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करेंगे. इसी के साथ ही यह भी अपेक्षा की जाती है कि विधानसभा के सभी कार्मिक विधानसभा की गरिमा के विरुद्ध कोई आयोजन सामूहिक कार्य नहीं करेंगे. खुद को सामूहिक मेल मिलाप से पृथक रखेंगे और शासन द्वारा निर्गत किए गए निर्देशों के अनुपालन में पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे.
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इससे पहले विधानसभा सचिवालय ने बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रखा था. सचिवालय ने आदेश जारी कर कहा था कि अपरिहार्य कारणों को छोड़कर किसी भी बाहरी व्यक्ति को विधान सभा सचिवालय में आने के लिए पास निर्गत नहीं किए जाएंगे. बाहरी लोगों के विधानसभा सचिवालय में आने पर भी 31 मार्च तक प्रतिबंध लगाया गया था. अब विधानसभा सचिवालय में कार्य नहीं किया जाएगा पूरी तरीके से सचिवालय को बंद कर दिया गया है.
कोरोना का कहर: यूपी विधानसभा सचिवालय 31 मार्च तक बंद
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए यूपी की राजधानी लखनऊ को लॉकडाउन किया गया है. इसी के मद्देनजर उत्तर प्रदेश विधानसभा सचिवालय को भी 31 मार्च तक स्थगित बंद कर दिया गया है.
लखनऊ: कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए उत्तर प्रदेश विधानसभा सचिवालय को 31 मार्च तक स्थगित कर बंद कर दिया गया है. विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए सुरक्षात्मक उपायों के दृष्टिगत से पीएम मोदी के दिशा निर्देश और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लिए गए निर्णय के परिप्रेक्ष्य में उत्तर प्रदेश विधान सभा सचिवालय को दिनांक 31 मार्च 2020 तक बंद किए जाने का निर्णय लिया गया है.
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा सचिवालय के सभी अधिकारियों कर्मचारियों से यह अपेक्षा है कि वे भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए उपाय प्रसारित किए जा रहे हैं, उनको अपनाएंगे तथा कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करेंगे. इसी के साथ ही यह भी अपेक्षा की जाती है कि विधानसभा के सभी कार्मिक विधानसभा की गरिमा के विरुद्ध कोई आयोजन सामूहिक कार्य नहीं करेंगे. खुद को सामूहिक मेल मिलाप से पृथक रखेंगे और शासन द्वारा निर्गत किए गए निर्देशों के अनुपालन में पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे.
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इससे पहले विधानसभा सचिवालय ने बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रखा था. सचिवालय ने आदेश जारी कर कहा था कि अपरिहार्य कारणों को छोड़कर किसी भी बाहरी व्यक्ति को विधान सभा सचिवालय में आने के लिए पास निर्गत नहीं किए जाएंगे. बाहरी लोगों के विधानसभा सचिवालय में आने पर भी 31 मार्च तक प्रतिबंध लगाया गया था. अब विधानसभा सचिवालय में कार्य नहीं किया जाएगा पूरी तरीके से सचिवालय को बंद कर दिया गया है.