लखनऊ: लोकभवन सचिवालय में दो संदिग्धों के अंदर आने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़े निर्देश जारी किए हैं. योगी ने कहा कि सचिवालय के सभी भवनों की सुरक्षा नवगठित यूपीएसएसएफ (UPSSF) को दे दिया जाए. ताकि सुरक्षा व्यवस्था और अधिक सुद्रढ़ हो सके है.
लोकभवन में बुधवार की सुबह दो संदिग्ध एक कार से बिना पास के अंदर प्रवेश कर गए. प्रवेश करने के बाद दोनों संदिग्ध इधर-उधर घूमते रहे. इसी बीच लोकभवन की सुरक्षा कर्मियों की नजर उन संदिग्ध पर पड़ गई. दोनों को हिरासत में लेकर सुरक्षा कर्मियों ने पूछताछ की तो उन्होंने खुद को कौशल किशोर का प्रतिनिधि बताकर बचने का प्रयास किया गया. लेकिन पुलिसकर्मियों ने दोनों को पकड़कर हजरतगंज पुलिस को सौंप दिया. पुलिस दोनों संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने में जुटी है. वहीं सुरक्षाकर्मी की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर दोनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार की सुबह काशीराम कॉलोनी पारा के रहने वाले पंकज गुप्ता और मजहर आमिर फारुकी लोकभवन के अंदर अपनी कार से प्रवेश कर गए थे. इसी बीच सुरक्षाकर्मियों की निगाह उन पर पड़ गई और उन्होंने दोनों युवकों को पकड़ कर उनसे पूछताछ करनी चाही, लेकिन पकड़े गए दोनों संदिग्ध युवकों ने खुद को केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर का प्रतिनिधि बताते हुए रौब में लेने का प्रयास किया. इसी बीच सुरक्षा कर्मियों ने हजरतगंज कोतवाली को फोन कर दोनों संदिग्धों के बारे में सूचना दी. दो संदिग्धों के मिलने की सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में लेकर थाने ले आई. जहां दोनों युवकों से काफी देर तक पूछताछ की गई. इसके बाद ही खुलासा हुआ कि वह कौशल किशोर के प्रतिनिधि नहीं है.
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हजरतगंज इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि लोक भवन के अंदर से दो युवकों को पकड़ा गया है. जिनकी पहचान पंकज और मजहर आमिर फारूकी के रूप में हुई है. दोनों युवकों के पास से केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर का लेटर पैड प्राप्त हुआ है. लेकिन यह दोनों कौशल किशोर के किसी तरह के प्रतिनिधि नहीं है. लोकभवन में तैनात सुरक्षाकर्मी की तहरीर के आधार पर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसके आधार पर दोनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेल भेजा जा रहा है.