लखनऊः राजधानी के मड़ियांव थाना के तहत दो सिपागी, एक प्रॉपर्टी डीलर और एक पत्रकार ने फर्जी एसटीएफ का पहले गैंग बनाया. इसके बाद इन्होंने अतुल सिंह नाम के शख्स को गाड़ी में बंधक बनाकर उसके साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया. ये वारदात 12 अप्रैल को हुआ था. जिसमें पीड़ित को बिठौली क्रॉसिंग से आई-20 कार से फॉलो करते हुए पीड़ित के स्ट्रोम सफारी गाड़ी को रोककर पहले पिस्टल की नोक पर उसे बंधक बनाया. इसके बाद फर्जी एसटीएफ गैंग के द्वारा नगद पैसे दिए गये. उसके बाद पीड़ित से गूगल पे के माध्यम से पैसे ट्रांसफर कराए गये.
इसको लेकर पीड़ित ने मड़ियांव पुलिस से शिकायत की. जिसको संज्ञान में लेते हुए मड़ियांव थाने पर तैनात सिपाही और दो अन्य लोगों के इस रवैया को लेकर आज एडीसीपी ने कारवाई करने को लेकर जानकारी दी है.
फेक एसटीएफ बनकर लूट करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. खुद को एसटीएफ बताने वाले आरोपियों में दो मडियांव कोतवाली में तैनात पुलिसकर्मी हैं. पुलिस ने लूट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की है. उत्तरी एडीसीपी ने कमिश्नर को आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सस्पेंशन की रिपोर्ट भेज दी गई है. मडियांव कोतवाली में तैनात लूट करने वाले दोनों सिपाही अनिल सिंह और सुधीर सिंह ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था.
आपको बता दें कि पीड़ित अतुल सिंह से मड़ियांव थाना में तैनात दो सिपाही, एक प्रॉपर्टी डीलर और एक पत्रकार के मिलीभगत से योजनाबद्ध तरीके से 12 अप्रैल को शाम के समय जब अतुल सिंह अपने घर से बिठौली क्रॉसिंग पर कुछ काम से आया हुआ था. इसी दौरान फर्जी एसटीएफ के गैंग ने उसकी गाड़ी का पीछा किया. इसके बाद अतुल सिंह को उनकी ही गाड़ी में पिस्टल के दम पर बंधक बनाकर मड़ियांव थाने के गेट से जहां पर पुरानी गाड़ियां रखी जाती हैं. वहां पर लाया गया और उसके ऊपर दबाव बनाया गया. ये कारनामा घंटों चलता रहा. जिसके बाद फर्जी एसटीएफ के गैंग द्वारा एनकाउंटर करने की धमकी दी गई.
वहीं छोड़ने के एवज में पांच लाख रुपये की मांग की गई. इस दौरान पीड़ित के पास से नगद रुपये भी ले लिए गये. इसके बाद पीड़ित के फोन से फोन लगाकर इससे उसकी पत्नी से बात कराया गया और पैसे की मांग की गई. जिसके बाद पीड़ित को बिठौली क्रॉसिंग दोबारा ले जाया गया और बैंक से पैसे निकलवा कर करीब 30000 गूगल पे के माध्यम से लिए गए. इसके साथ ही ₹40,000 नगद लिए गये. कुल मिलाकर करीब ₹70,000 से धमकी देते हुए लूट की गई. जिसको लेकर पीड़ित द्वारा पुलिस को शिकायत की गई. इसको संज्ञान लेते हुए उच्च अधिकारियों द्वारा निर्देशित करने के बाद लूट की घटना में मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई में जुट गई है.
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एडीसीपी प्राची सिंह ने बताया कि फर्जी एसटीएफ गैंग बनाकर 4 लोगों द्वारा लूट की घटना का अंजाम दिया गया है. जिसके लेकर मड़ियांव के रायपुर के रहने वाले अतुल सिंह द्वारा आज पुलिस को तहरीर दी गई. जिसमें मड़ियांव में तैनात जो सिपाही अनिल सिंह, सुधीर सिंह और प्रॉपर्टी डीलर जगदीश लोधी, शिवांशु ने इस घटनाक्रम को अंजाम दिया गया है. इनके खिलाफ 392, 365, 120 बी के तहत मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है. वहीं थाने में तैनात दोनों सिपाहियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए सस्पेंड करने का आदेश भेज दिया गया है.