लखनऊ: लोहिया अस्पताल में सोमवार सुबह दो बच्चों की मौत हो गई. इस पर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि बच्चों को एडमिट करने के बाद डॉक्टर देखने तक नहीं आए. कई बार कहने के बाद जब वह आए भी तो बेहतर इलाज नहीं किया.
परिजनों का आरोप, डॉक्टरों की लापरवाही ने बच्चों की ली जान-
इंदिरानगर तकरोही के रहने वाले सैफुद्दीन की बेटी अलीशा को बुखार आ रहा था. वह रविवार शाम को उसे लेकर अस्पताल इमरजेंसी में पहुंचे थे. यहां डॉक्टर ने एडमिट कर लिया, लेकिन इलाज नहीं किया.
मल्हौर के रहने वाले संजय भी अपने बेटे आनंद को बुखार की शिकायत को लेकर लोहिया अस्पताल पहुंचे थे. डॉक्टरों ने उसे भी भर्ती कर लिया. परिजनों का कहना है कि कई बार बच्चे को दूसरे अस्पताल में रेफर करने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया. अगर सही समय पर बच्चों को इलाज मिल जाता तो आज बच्चे जिंदा होते.
आनंद नाम का बच्चा शाम को आया था. हमारे डॉक्टर ने उन्हें पहले ही बता दिया गया था कि बच्चे की हालत सीरियस है. दूसरा बच्चा रात में आया था और वह भी सीरियस था. मामले की जानकारी है. दोषी के खिलाफ तीन सदस्यीय डॉक्टरों की कमेटी गठित कर दी गई है. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
डॉ. डीएस नेगी, निदेशक, लोहिया अस्पताल