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कोरोना की फर्जी रिपोर्ट देने वाले दो शातिर आरोपी गिरफ्तार - lucknow shambhavi diagnostic center

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने फर्जी कोरोना रिपोर्ट देने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी लोगों से 900 रुपये लेकर कोरोना निगेटिव रिपोर्ट देते थे. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

शातिर आरोपी गिरफ्तार
शातिर आरोपी गिरफ्तार
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Published : Apr 10, 2021, 8:01 AM IST

लखनऊ: राजधानी पुलिस ने दो ऐसे शातिर युवक को गिरफ्तार है जो कोरोना जांच के नाम पर फर्जीवाड़ा करते थे. पकड़े गए युवक डायग्नोस्टिक सेंटर के नाम का गलत इस्तेमाल कर नौ सौ रुपये में लोगों को जाली कोरोना रिपोर्ट देता था. मामले की जानकारी होते ही डायग्नोस्टिक सेंटर के डॉक्टर शिवेंद्र विक्रम सिंह ने विभूतिखंड थाने में एफआइआर दर्ज कराई थी. डायग्नोस्टिक सेंटर के डॉक्टर शिवेंद्र विक्रम का बताया कि कई लोगों ने उन्हें फोन कर जाली रिपोर्ट के बारे में शिकायत की थी. डॉक्टर शिवेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि संदेह होने पर उन्होंने आरोपी शिवम और शुभम को सैंपल लेने के बहाने बुलाया. इसी दौरान पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी.

फर्जी लेटर पैड की मदद से बनाते थे रिपोर्ट
एसीपी विभूतिखंड प्रवीण मलिक ने बताया कि विजयंत खंड स्थित शांभवी डायग्नोस्टिक सेंटर ने कोरोना की जाली रिपोर्ट मिलने की शिकायत की थी. मामले की जब छानबीन की गई तो पता चला कि शुभम गौतम और शिवम कुशवाहा नाम के दो युवक कोविड की जाली रिपोर्ट बनाने का काम कर रहे हैं. इस काम के लिए उन्होंने डायग्नोस्टिक सेंटर का लेटर पैड और अन्य सामान भी तैयार कर लिया था. एसीपी ने बताया कि पूछताछ में दोनों आरोपियों ने डायग्नोस्टिक सेंटर के नाम से बनाई गई फर्जी रिपोर्ट दिखाई. फर्जी रिपोर्ट दिखाने के बाद के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.

इसे भी पढ़ें: राजधानी में डरावनी हुई कोरोना की रफ्तार, इलाज की व्यवस्था भी फेल

आरोपी देते थे कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट
मिली जानकारी के मुताबिक पकड़े गए आरोपी तालकटोरा निवासी शुभम और मानकनगर निवासी शिवम पहले पैथोलॉजी में काम करते थे. दोनों आरोपियों को सैंपल लेने का तरीका मालूम था. आरोपी लोगों को झांसे में लेकर जांच के नाम प ठगी करने का काम करते थे. दोनों आरोपी 900 रुपये में लोगों को कोरोना की जाली निगेटिव रिपोर्ट तैयार कर देते थे. पुलिस इन आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उनके अन्य साथियों के बारे में जानकारी हासिल कर रही है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों के पास से बरामद हुए मोबाइल फोन और लैपटाप में जांच कराने वालों की लंबी सूची मिली है. पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है.

लखनऊ: राजधानी पुलिस ने दो ऐसे शातिर युवक को गिरफ्तार है जो कोरोना जांच के नाम पर फर्जीवाड़ा करते थे. पकड़े गए युवक डायग्नोस्टिक सेंटर के नाम का गलत इस्तेमाल कर नौ सौ रुपये में लोगों को जाली कोरोना रिपोर्ट देता था. मामले की जानकारी होते ही डायग्नोस्टिक सेंटर के डॉक्टर शिवेंद्र विक्रम सिंह ने विभूतिखंड थाने में एफआइआर दर्ज कराई थी. डायग्नोस्टिक सेंटर के डॉक्टर शिवेंद्र विक्रम का बताया कि कई लोगों ने उन्हें फोन कर जाली रिपोर्ट के बारे में शिकायत की थी. डॉक्टर शिवेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि संदेह होने पर उन्होंने आरोपी शिवम और शुभम को सैंपल लेने के बहाने बुलाया. इसी दौरान पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी.

फर्जी लेटर पैड की मदद से बनाते थे रिपोर्ट
एसीपी विभूतिखंड प्रवीण मलिक ने बताया कि विजयंत खंड स्थित शांभवी डायग्नोस्टिक सेंटर ने कोरोना की जाली रिपोर्ट मिलने की शिकायत की थी. मामले की जब छानबीन की गई तो पता चला कि शुभम गौतम और शिवम कुशवाहा नाम के दो युवक कोविड की जाली रिपोर्ट बनाने का काम कर रहे हैं. इस काम के लिए उन्होंने डायग्नोस्टिक सेंटर का लेटर पैड और अन्य सामान भी तैयार कर लिया था. एसीपी ने बताया कि पूछताछ में दोनों आरोपियों ने डायग्नोस्टिक सेंटर के नाम से बनाई गई फर्जी रिपोर्ट दिखाई. फर्जी रिपोर्ट दिखाने के बाद के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.

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आरोपी देते थे कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट
मिली जानकारी के मुताबिक पकड़े गए आरोपी तालकटोरा निवासी शुभम और मानकनगर निवासी शिवम पहले पैथोलॉजी में काम करते थे. दोनों आरोपियों को सैंपल लेने का तरीका मालूम था. आरोपी लोगों को झांसे में लेकर जांच के नाम प ठगी करने का काम करते थे. दोनों आरोपी 900 रुपये में लोगों को कोरोना की जाली निगेटिव रिपोर्ट तैयार कर देते थे. पुलिस इन आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उनके अन्य साथियों के बारे में जानकारी हासिल कर रही है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों के पास से बरामद हुए मोबाइल फोन और लैपटाप में जांच कराने वालों की लंबी सूची मिली है. पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है.

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