लखनऊ : पीएम विश्वकर्मा योजना उत्तर प्रदेश में 17 सितंबर से शुरू हो रही है. इस योजना के तहत ट्रेनिंग करने वाले लाभार्थियों को प्रदेश सरकार की ओर से कौशल विकास मिशन के तहत 18 ट्रेड्स में ट्रेनिंग दिया जाएगा. इन सभी ट्रेड्स में लाभार्थियों के कौशल निखारने के लिए कौशल विकास मिशन के अंतर्गत मास्टर ट्रेनर्स के माध्यम से ट्रेनिंग दिलाया जाएगा. बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग के दौरान 'विश्वकर्मा' योजना के तहत ट्रेनिंग ले रहे लाभार्थियों को सरकार की तरफ से स्टाइपेंड भी दिया जाएगा.
बता दें, 2023 के बजट स्पीच में इस योजना के बारे में बताया गया था. इसके बाद 15 अगस्त को पीएम मोदी ने लाल किले से इस योजना के शुभारंभ का ऐलान किया था. योगी सरकार विश्वकर्मा योजना के तहत लाभार्थी 'विश्वकर्मा' को पां दिन की बेसिक ट्रेनिंग पहले दी जाएगी. इसके बाद 10 प्रतिशत लाभार्थियों को उनके फील्ड में एडवांस लेवल की ट्रेनिंग दी जाएगी. एडवांस ट्रेनिंग के समय के लाभार्थियों को ग्राहकों की बदलती डिमांड के अनुसार उत्पाद तैयार करने की नई-नई तकनीकों के बारे में बताया जाएगा.
सरकार की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार सभी 'विश्वकर्मा योजना के तहत ट्रेनिंग लिए रहे लाभार्थियों को ट्रेनिंग स्टाइपेंड प्रतिदिन 500 रुपये मिलेगा. सरकार की इस योजना के अनुसार 30 लाख 'विश्वकर्मा लाभार्थियों को को बेसिक ट्रेनिंग और तीन लाख को एडवांस ट्रेनिंग देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. बेसिक ट्रेनिंग लेने वाले 30 लाख लाभार्थियों को टूलकिट इंसेंटिव्स के लिए 15 हजार रुपये ई-वाउचर के रूप में दिए जाएंगे.
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